Coronavirus राजस्थान, मुंबई और मद्रास से पहुंचे 35 संदिग्ध, अब एमजीएम कॉलेज के डॉक्टर भी करेंगे ड्यूटी Jamshedpur News
कोरोना की लड़ाई को लेकर एमजीएम अस्पताल में घंटों चली बैठक करीब 200 लोग पहुंचे कोरोना वायरस का संदेह लेकर पहुंचे ओपीडी।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। कोरोना जैसे महामारी को थामने के लिए शुक्रवार को घंटों बैठक चली। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संजय कुमार, उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी ने सभी विभागाध्यक्ष चिकित्सकों संग बैठक किया और सभी को अपना अधिक से अधिक योगदान देने को कहा गया।
वहीं मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एमजीएम कॉलेज के भी चिकित्सक व कर्मचारियों की मदद लेने का निर्णय लिया गया। इसकी सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है। देशभर से शहर पहुंचे कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की काउंसिलिंग के लिए अधिक समय देना होगा। वहीं जरूरत पड़ी तो उनका नमूना लेकर जांच के लिए भी भेजा जाएगा। जबतक रिपोर्ट नहीं जाए तबतक संदिग्ध मरीजों को एमजीएम के आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा।
रिपोर्ट निगेटिव आने पर उसे अगले 14 दिन तक क्वारंटाइन में रहना होगा। शुक्रवार को एमजीएम अस्पताल के सभी ओपीडी बंद रहा। सिर्फ कॉमन ओपीडी खुला रहा। तीन रूम में अलग-अलग चिकित्सक बैठकर मरीजों की जांच व परामर्श दे रहे थे। इस दौरान करीब 200 कोरोना के लक्षण लेकर मरीज जांच कराने पहुंचे थे। इसमें 10 राजस्थान, 10 मुंबई, 13 मद्रास व दो चेन्नई से आए थे। एक सप्ताह के अंदर ये सभी लोग शहर लौटे है। किसी को सर्दी-खांसी की शिकायत थी तो किसी तो बुखार व सांस लेने में परेशानी।
इमरजेंसी में बढ़ाए जाएंगे डॉक्टर-कर्मचारी
कोरोना की लड़ाई में डॉक्टर-कर्मचारियों की कमी न हो, इसे देखते हुए एमजीएम कॉलेज से मदद ली जाएगी। वहां से विशेषज्ञ डॉक्टर व कर्मचारियों को बुलाया जाएगा। ताकि इमरजेंसी विभाग में अधिक से अधिक मरीजों को देखा जा सकें। वहीं कॉमन ओपीडी को 24 घंटे चालू करने की तैयारी है। सुबह शाम के अलावे रात में भी चिकित्सकों की ड्यूटी तैनात रहेगी, ताकि मरीज कभी भी पहुंचे, उसकी जांच करायी जा सके।