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Jamshedpur News: 30 परिवारों की सिख समाज में हुई ''घर वापसी'', सरकारी नौकरी की लालच में अपनाया था ईसाई धर्म

Jamshedpur News ईसाई धर्म अपनाने वाले सभी सिख परिवारों को शैलेंद्र सिंह ने भूल सुधारने का मौका दिया था। साथ ही चेतावनी दी थी कि यदि वे अपनी भूल नहीं सुधारते हैं तो उन परिवारों को गुरुद्वारा कमेटियों से कोई मदद नहीं दी जाएगी।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 05:33 PM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 05:33 PM (IST)
Jamshedpur News: 30 परिवारों की सिख समाज में हुई ''घर वापसी'', सरकारी नौकरी की लालच में अपनाया था ईसाई धर्म
30 परिवार जिन्होंने किसी लालच में आकर ईसाई धर्म कबूल कर लिया था।

निर्मल प्रसाद, जमशेदपुर : झारखंड के जमशेदपुर के छह गुरुद्वारा क्षेत्र के कई ऐसे सिख परिवार हैं जिन्होंने पैसे व सरकारी नौकरी की लालच में ईसाई धर्म अपना लिया था। सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के संचालन समिति प्रमुख सरदार शैलेंद्र सिंह की पहल पर बीते दिनों 30 सिख परिवारों की घर वापसी हुई। वहीं जो परिवार अब भी छूट गए हैं उनकी भी घर वापसी के लिए प्रयास किया जा रहा है।

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सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इस मामले में पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त को लिखित शिकायत की थी कि टिनप्लेट चौक के समीप एक परिवार अपने घर पर हर रविवार एक सभा का आयोजन करता है। जिसमें वह सिख समाज सहित दूसरे धर्म के वैसे लोगों को लेकर आते हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। उन्हें पैसा और सरकारी नौकरी देने की लालच से ईसाई धर्म कबूल कराया जाता है। इस मामले में सरदार शैलेंद्र सिंह ने सभी संभावित गुरुद्वारा समितियों को निर्देश दिया था कि वे अपने क्षेत्र के उन परिवारों का पता लगाए जिन्होंने सिख धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म अपना लिया है। पिछले दिनों सभी गुरुद्वारों में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें 30 परिवारों ने अरदास कर गुरु ग्रंथ साहब के सामने माथा टेक अपनी भूल सुधार की। साथ ही दीप जलाकर भविष्य में गलती नहीं दोहराने का आश्वासन दिया।

भूल सुधार का दिया गया था मौका

ईसाई धर्म अपनाने वाले सभी सिख परिवारों को शैलेंद्र सिंह ने भूल सुधारने का मौका दिया था। साथ ही चेतावनी दी थी कि यदि वे अपनी भूल नहीं सुधारते हैं तो उन परिवारों को गुरुद्वारा कमेटियों से कोई मदद नहीं दी जाएगी। साथ ही उनके घर पर शादी या किसी भी आयोजन में गुरु ग्रंथ साहब को नहीं भेजा जाएगा। पूरे विधि-विधान से उन्हें सिख समाज से निष्काषित कर दिया जाएगा।

इन गुरुद्वारा क्षेत्रों से किया गया था धर्म परिवर्तन

नामदा बस्ती, टुइलाडुंगरी, टेल्को, बिरसानगर, टिनप्लेट व बारीडीह।

वैसे 30 परिवार जिन्होंने किसी लालच में आकर ईसाई धर्म कबूल कर लिया था। पिछले दिनों सभी परिवार अपने-अपने गुरुद्वारों में जाकर भूल सुधार कर ली है। कुछ परिवार अब भी छूट गए हैं जिनकी घर वापसी के लिए हम पहल कर रहे हैं।

-सरदार शैलेंद्र सिंह, प्रधान, झारखंड गुरुद्वारा कमेटी

 


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