लावारिस मवेशियों के लिए बनेंगे तीन पिंजरा पोल
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जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : शहर में घूम रहे मवेशियों और तस्करी की घटनाओं में बरामद जानवरों को रखने के लिए सरकार शहर में पिंजरा पोल (कांजी हाउस) बनाने जा रही है। ये पिंजरा पोल जमशेदपुर अक्षेस क्षेत्र, मानगो और जुगसलाई में बनाए जाएंगे। नगर विकास विभाग ने तीनों नगर निकायों को पत्र लिख कर पिंजरा पोल का निर्माण करने का निर्देश दिया है।
पिंजरा पोल की देखरेख के लिए एक रजिस्ट्रार की तैनाती भी की जाएगी। इस पिंजरा पोल में तस्करों के चंगुल से मुक्त गायों और मवेशियों को रखा जाएगा। इन मवेशियों के खाने-पीने का खर्च तस्करों से वसूला जाएगा। यहां शहर में फालतू घूम रहे मवेशियों को भी रखा जाएगा। इन्हें जुर्माना देने के बाद छोड़ा जाएगा। सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की सचिव पूजा सिंघल ने नगर विकास विभाग को पिंजरा पोल बनाने का निर्देश दिया है। इस पर नगर विकास विभाग ने जिला प्रशासन और नगर विकास विभाग को कांजी हाउस का निर्माण शुरू कर इससे अवगत कराने को कहा है।
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सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बन रहे कांजी हाउस
सुप्रीम कोर्ट ने अखिल भारत कृषि गो सेवा संघ की याचिका पर तस्करी की घटना में बरामद गायों और अन्य लावारिस मवेशियों को रखने के लिए हर शहर में एक-एक पिंजरा पोल बनाने का आदेश दिया है। 74 वें संविधान संशोधन में भी शहर में पिंजरा पोल का प्रावधान किया गया है।
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तलाशी जा रही है पिंजरा पोल की जमीन
नगर विकास विभाग के पत्र पर जिला प्रशासन ने अंचल अधिकारी को पिंजरा पोल के लिए जगह तलाश करने को कहा है। धतकीडीह में एक कांजी हाउस था। इसी का जीर्णोद्धार कर इसे पिंजरा पोल बनाया जा सकता है।
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शहरियों को भी मिलेगा फायदा
शहर में घूम रहे लावारिस जानवर ट्रैफिक व्यवस्था के लिए दिक्कत खड़ी करते हैं। इन मवेशियों के हमले में कई लोगों की जान तक चली गई है। इन जानवरों को बंद करने के लिए नगर निकायों के पास कोई कांजी हाउस नहीं है। पिंजरा पोल बन जाने के बाद शहर को लावारिस मवेशियों से भी निजात मिलेगी।