Jharkhand Assembly Election 2019 : पूर्वी सिंंहभूम के 1885 बूथों पर 17 लाख 17 हजार 52 मतदाता चुनेंगे छह विधायक Jamshedpur News
Jharkhand Assembly Election 2019. पूर्वी सिंंहभूम जिले के 1885 बूथों पर 17 लाख 17 हजार 52 मतदाता छह विधायक चुनेंगे। यहां सात दिसंबर को मतदान होगा।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड विधानसभा का चुनाव पांच चरण में होगा। दूसरे चरण में कोल्हान समेत पूर्वी सिंहभूम जिला भी शामिल है, जहां सात दिसंबर को मतदान होगा। जिले के सभी छह विधानसभा क्षेत्र में नामांकन की प्रक्रिया 11 से 18 नवंबर तक चलेगी, जबकि 19 नवंबर को जांच के बाद 21 नवंबर तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकेंगे। उसी दिन उम्मीदवारों की अंतिम सूची प्रकाशित कर दी जाएगी। पूरे राज्य के साथ मतगणना 23 दिसंबर को होगी, जबकि चुनाव प्रक्रिया 29 दिसंबर को समाप्त हो जाएगी। इस बार जिले के 1885 मतदान केंद्र (बूथ) पर 17 लाख 17 हजार 52 मतदाता अपने मतदान का प्रयोग करेंगे।
पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने बताया कि जिला प्रशासन ने चुनाव की तैयारी पूरी कर ली है। सभी छह विधानसभा क्षेत्र (बहरागोड़ा, घाटशिला, पोटका, जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्वी व जमशेदपुर पश्चिमी) के निर्वाची पदाधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं, तो सभी कोषांग का गठन कर लिया गया है। अधिसूचना के साथ ही सभी कोषांग सक्रिय हो गए हैं। जिले की सीमाओं पर चेकनाका बनाकर अवैध शराब के साथ नकद रुपये ले जाने पर सख्ती से जांच की जाएगी। 50 हजार रुपये से अधिक पकड़े जाने पर व्यक्ति को ठोस सुबूत देने पर ही छोड़ा जाएगा, वरना रुपये जब्त कर लिए जाएंगे।
एक घर में तीन से ज्यादा छोटे झंडे नहीं लगा सकते
उपायुक्त ने बताया कि आदर्श आचार संहिता के तहत 24 घंटे में सभी सरकारी भवनों से सरकारी योजनाओं के बोर्ड-पोस्टर हटा लिए जाएंगे, जबकि बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन समेत सार्वजनिक स्थानों से 48 घंटे और निजी भवनों-मकानों से 72 घंटे के अंदर मुख्यमंत्री के चित्र वाले पोस्टर, झंडे या सरकारी योजनाओं-कार्यक्रमों के बोर्ड-होर्डिंग हटा लिए जाएंगे। निजी घरों में भी किसी पार्टी के अधिक से अधिक तीन छोटे झंडे ही लगाने की अनुमति होगी, वह भी मकान मालिक की अनुमति से।
मतदाता सूची में नाम जोडऩे का काम जारी, काटना मुश्किल
उपायुक्त ने बताया कि मतदाता सूची में नाम जोडऩे का काम अभी जारी रहेगा। उम्मीदवारों की नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के दस दिन पहले तक जो भी आवेदन आएंगे, उन्हें मतदाता सूची में जोड़ा जाएगा। उसके बाद आने वाले आवेदनों पर भी विचार किया जा सकता है, लेकिन मतदाता सूची से नाम काटने की प्रक्रिया तत्काल बंद कर दी गई है। अब विशेष परिस्थिति में भारत निर्वाचन आयोग से अनुमति लेकर ही किसी का नाम मतदाता सूची से काटा जा सकेगा।