हाशमी मियां की तकरीर सुन ताजा हुआ ईमान
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मानगो के जाकिर नगर ओल्ड पुरुलिया रोड नंबर आठ में खानकाह शरफ में शाह मोहम
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मानगो के जाकिर नगर ओल्ड पुरुलिया रोड नंबर आठ में खानकाह शरफ में शाह मोहम्मद अली फिरदौसी शिमलवी का 38 वां सालाना उर्स धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर शाह साहब की मजार पर गुलपोशी और चादरपोशी हुई। सुबह कुरआनखानी हुई। शाम को महफिले समा और इसके बाद उत्तर प्रदेश के किछौछा शरीफ के मशहूर अहले सुन्नत आलिम मौलाना हाशमी मियां की तकरीर हुई।
दुनिया के कोने-कोने में अपनी नूरानी तकरीर से मुसलमानों के इल्म में इजाफा करने वाले मौलाना हाशमी मियां ने जब तकरीर शुरू की तो मजमा उमड़ पड़ा। अपनी तकरीर में उन्होंने नबी करीम हजरत मोहम्मद मुस्तफा स. की नात पाक पढ़ी और मनकबत पढ़ी। नात और मनकबत सुन कर लोग उछल पड़े। मौलाना हाशमी मियां ने मुसलमानों को एकता का पैगाम दिया और दुनिया की साजिशों से होशियार रहने की अपील की। उन्होंने बताया कि कोई भी अहले सुन्नत दहशत गर्द नहीं है। उन्होंने दहशत फैलाने वाली मकतब-ए-फिक्र से होशियार रहने को कहा। इसके पहले सुबह नौ बजे भी मिलाद शरीफ का कार्यक्रम हुआ। दोपहर को जोहर की नमाज के बाद चादर का जुलूस कपाली के अहमदनगर पहुंचा और यहां आसमा खातून की मजार पर चादर चढ़ाई गई। कार्यक्रम में पीर तरीकत अलहाज हजरत मौलाना शाह अहमद अली फिरदौसी, मसूद अली उसमानी, हजरत शकील आरिफ, मौलाना शाह हसन फिरदौसी आदि का योगदान रहा।