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डुमरिया प्रखंड में 13 जाहिरा चारदीवारी निर्माण कार्य की मिली स्वीकृति : विधायक

डुमरिया के वन विश्रामागार में विधायक संजीव सरदार ने झामुमो कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि संरचनात्मक दृष्टिकोण से डुमरिया प्रखंड में विकास का कार्य शुरू कर दिया गया है..

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 09:00 AM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 09:00 AM (IST)
डुमरिया प्रखंड में 13 जाहिरा चारदीवारी निर्माण कार्य की मिली स्वीकृति : विधायक
डुमरिया प्रखंड में 13 जाहिरा चारदीवारी निर्माण कार्य की मिली स्वीकृति : विधायक

संवाद सूत्र, डुमरिया : डुमरिया के वन विश्रामागार में विधायक संजीव सरदार ने झामुमो कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि संरचनात्मक दृष्टिकोण से डुमरिया प्रखंड में विकास का कार्य शुरू कर दिया गया है। आजादी के बाद पहली बार सिर्फ डुमरिया प्रखंड मे 13 जाहिरा चारदीवारी के निर्माण कार्य की स्वीकृति मिली है। कार्यकाल के दौरान सभी जाहिरा की घेराबंदी पूरा कराने की योजना है। एक माझी परगना भवन का निर्माण कार्य भी जल्द शुरू हो जाएगा। विधायक ने यह भी बताया कि प्रत्येक पंचायत मे पांच-पांच नए चापाकल लगाए जाएंगे। विधायक ने कला-संस्कृति को ध्यान में रखते हुए योजनाएं तैयार किया है। अगामी वर्ष सभी आदिवासी गांवों मे नगाड़ा व मांदर के साथ महिलाओं के बीच साड़ी का वितरण करेंगे। साथ ही प्रखंड के सभी कीर्तन संप्रदाय के बीच खोल व अन्य वाद्ययंत्र के साथ-साथ धोती वितरण करेंगे। इस कार्य के लिए उन्होंने प्रखंड समिति को सूची तैयार करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा आगामी वर्ष दो से पांच सौ लोगों की क्षमता वाली बैठकी का भी निर्माण कराया जाएगा। बैठक में शंकर चंद्र हेंब्रम, मिर्जा सोरेन, प्रखंड अध्यक्ष भगत बास्के, जयपाल सिंह मुर्मू, भगत हांसदा, चैतन मुर्मू, मनोज मुर्मू, रामदास हेंब्रम, रामसाय बास्के, शिव चरण कुदादा, लखन मार्डी, सिदाम मुर्मू आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे। एसीएस ने प्राचार्य से की क्रीड़ा गतिविधियों को शुरू कराने की मांग : सोमवार को आदिवासी छात्र संघ (एसीएस) के जिलाध्यक्ष सुपाई सोरेन के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने घाटशिला कालेज के प्राचार्य डा. पीके गुप्ता से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि महाविद्यालय में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता नहीं अब तक किसी भी खेल के लिए टीम गठन नहीं किया गया है। इस कारण विद्यार्थियों की प्रतिभा लुप्त हो रही है। हर साल क्रीड़ा गतिविधियों के नाम पर विद्यार्थियों से शुल्क वसूल किया जाता है। विश्वविद्यालय के माध्यम से महाविद्यालय की क्रीड़ा गतिविधियों के लिए फंड भी प्रदान किया जाता है। संबंधित फंड का उपयोग कहां हो रहा है। पिछले कई वर्षों से विश्वविद्यालय से खेल सामग्री की मांग भी नहीं की गई है। एसीएस छात्र नेताओं ने कहा कि महाविद्यालय में एनसीसी, एनएसएस के साथ क्रीड़ा गतिविधियों को भी सक्रिय रखना है, तभी नैक द्वारा प्राप्त ए ग्रेड को बरकरार रखा जा सकता है। उन्होंने प्राचार्य से मांग करते हुए कहा कि कोविड-19 के गाइडलाइंस का पालन कर महाविद्यालय में क्रीड़ा गतिविधियों को दोबारा सक्रिय किया जाए। प्राचार्य ने महाविद्यालय में जल्द खेलकूद प्रतियोगिता कराने का आश्वासन दिया है। मौके पर लखाई मुर्मू, पूजा मार्डी, रेशमा मंडी, सालखू हेंब्रम, सुपाई सिंह हांसदा, सुदाम हेंब्रम, सोलमा सोरेन, सिदाम सोरेन, रामो मार्डी आदि उपस्थित थे।

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