दगा दे दिया 108 एंबुलेंस, बीच रास्ते में प्रसव
लाख दावों के बाद भी जमीनी हकीकत कुछ और ही हैं। सरकार की महात्वाकांक्षी 108 एंबुलेंस योजना का लाभ एक गर्भवती को मिल सका और बीच रास्ते में प्रसव हुआ।
जेएनएन,जमशेदपुर : लाख दावों के बाद भी जमीनी हकीकत कुछ और ही हैं। सरकार की महात्वाकांक्षी योजना '108 नंबर पर फोन करें और एंबुलेंस बुलाएं' एकबार फिर दगा दे दी। एक गर्भवती महिला फोन कररी रही लेकिन कॉल लगा ही नहीं। दर्द से तड़पती गर्भवती को देखकर उसके पति से रहा नहीं गया। इसके बाद उन्होंने किराये पर एक बोलोरो गाड़ी की और एमजीएम अस्पताल के लिए चल पड़े।
बोड़ाम स्थित मुचीडीग गांव निवासी तपन महतो ने बताया कि वे अपनी पत्नी झुमकी महतो को लेकर जैसे ही घर से डेढ़ किलोमीटर आगे बढ़े कि दर्द तेज हो गया और प्रसव गाड़ी में ही हो गया। गाड़ी में प्रसव होते देखकर परिजन घबरा गए। वे जल्दी-जल्दी अस्पताल लेकर आए। एमजीएम पहुंचने पर नर्सो ने जच्चा-बच्चा को उतारकर महिला एवं प्रसूति विभाग के लेबर रूम में ले गई। इसके बाद बच्चे को साफ किया गया और मां को प्राथमिक उपचार दिया गया। जच्चा-बच्चा स्वस्थ है। झुमकी महतो का दो साल का एक और बच्चा है। तपन महतो ने बताया कि पत्नी का प्रसव होने का छह सिंतबर डेट दिया गया था। इसे लेकर वह निश्चिंत था। पर दर्द बढ़ने से वह परेशान हो गया। इसे देखते हुए पहली बार वह 108 एंबुलेंस के लिए फोन किया पर लगा ही नहीं। कभी 108 नंबर व्यस्त बता रहा था तो कभी आउट ऑफ रेंज। बतातें चले कि जननी शिशु योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को विशेष सुविधा दी जाती है। इसके अंतर्गत एंबुलेंस से लेकर दवा व प्रसव के बाद पैसा भी दिया जाता है।