छात्रों के चेहरे पर लौटी मुस्कान, व्यवस्था को लेकर परिसर में पसीना बहाते रहे शिक्षक
संवाद सहयोगी हजारीबाग 23 मार्च 2020 से सभी प्रकार के विद्यालयों में बंद कक्षाएं सरकारी आदेश के बाद खुलीं।
संवाद सहयोगी, हजारीबाग : 23 मार्च 2020 से सभी प्रकार के विद्यालयों में बंद कक्षाएं सरकारी आदेश के बाद एक मार्च से जिले में विधिवत प्रारंभ हो गया। कक्षाएं प्रारंभ होते ही जहां एक ओर विद्यार्थियों के चेहरे पर मुस्कान छा गई, वहीं दूसरी ओर शिक्षक भी प्रसन्न दिखाई दिए। करीब एक साल बाद कॉलेज व स्कूल परिसर में विद्यार्थियों के कदम पड़े। हालांकि कक्षाओं के दौरान उपस्थिति रोस्टर लागू होने के कारण कम रही पर पूरी तरह कोविड नियमों का पालन किया गया।
केबी महिला महाविद्यालय, राजकीय बालिका उच्च विद्यालय, शिक्षक प्रशिक्षण प्राथमिक विद्यालय, जिला स्कूल, हिदू स्कूल, राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के अलावा निजी विद्यालयों में भी विद्यालय खुलने के दौरान कोविड के निर्देशों का अक्षरश : पालन किया गया। महिला महाविद्यालय में नियमों को लेकर सख्ती दिखाई दी। वहीं 10 मिनट के अंदर परिसर खाली करने को लेकर नियुक्त समिति परिसर में जांच करती दिखाई दी। ज्ञात हो कि केबी महिला कालेज में प्रबंधन की ओर से कक्षा के दस मिनट बाद परिसर को खाली करने का निदेश जारी किया गया था। बेवजह पकड़े जाने पर पांच सौ रुपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है। प्राचार्य डा. रेखा रानी ने बताया कि कक्षाएं रोस्टर के अनुसार प्रारंभ किया गया है। विद्यार्थी उसी रोस्टर का पालन भी करेंगे। संख्या को देखते हुए दो पाली में कक्षाएं प्रारंभ की गई है।
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राजकीय बालिका उच्च विद्यालय में की गयी थी विशेष तैयारी, दो पाली में कक्षा :
कोविड के दौरान एक साल बाद कक्षाएं खुली तो इंतजाम भी खास दिखाई दिए। राजकीय बालिका उच्च विद्यालय में कोविड के नियमों का अक्षरश: पालन किया गया। प्राचार्य डा. राम इकबाल सिंह खुद हीं विद्यार्थियों के साथ कोविड के नियमों की जानकारी और जांच करते दिखाई दिए। प्रवेश के लिए चुना से गोल घेरा बनाया गया था, वहीं गेट पर विद्यालय कर्मी सैनिटाइजर के साथ विद्यार्थियों को हाथ सैनिटाइज करते दिखाई दिए। यहां दो पाली में कक्षाएं संचालित की जा रही है। विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति 60 प्रतिशत से अधिक रही।
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संत कोलंबा में भी पसीना बहाते दिखाई दिए शिक्षक, बेवजह प्रवेश पर रोक :
कोविड के दौरान संत कोलंबा महाविद्यालय में भी शिक्षक पसीना बहाते दिखाई दिए। पूरे दिन परिसर में बेवजह बैठने और घूमने पर रोक रहा। परिसर में उन्हीं छात्रों को प्रवेश दिया गया, जिनकी कक्षाएं थी और परीक्षा था। मोटरसाइकिल प्रवेश पर भी परिसर में मनाही रही। सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी भी सतर्क और सजग रहे। मास्क लगाने वाले विद्यार्थियों को उनके पहचान पत्र से जांच कर प्रवेश मिला।
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शहरी क्षेत्र के प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षकों की उपस्थिति, गांव में देर सबेर पहुंचे शिक्षक
एक मार्च से शुरु हुए सभी प्रकार के विद्यालयों में प्राथमिक और मध्य में केवल शिक्षकों को आना है। शहरी क्षेत्र में शिक्षकों की उपस्थिति रही वहीं ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षक देर सबेर पहुंचे। हालांकि कई शिक्षक हजारीबाग में आयोजित प्रशिक्षण में रहेंगे।