गुलामी से जन्मी भारत में क्रांति
जागरण संवाददाता हजारीबाग मार्खम कालेज आफ कामर्स के इतिहास विभाग में गुरुवार को एक दिवसी
जागरण संवाददाता, हजारीबाग : मार्खम कालेज आफ कामर्स के इतिहास विभाग में गुरुवार को एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें बतौर मुख्य वक्ता विभावि कुलसचिव डॉ.बंशीधर प्रसाद रुखैयार ने भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के इतिहास पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अंग्रेज इस देश में व्यापारी के रूप में आये थे और धर्म प्रचार करते हुए सन 1786 में सत्ता पर काबिज हो गए। उनकी फौज भी हम ही थे। उनके खिलाफ पहला आंदोलन सन 1806 में बेल्लौर के सिपाही विद्रोह के रूप में हुआ पुन:1831 में कोल विद्रोह हुआ। सन 1857 की क्रांति एक मानक क्रांति थी, जिसका दायरा इस समय तक विस्तार पा चुका था। महात्मा गांधी के आगमन के बाद आंदोलनों की झड़ी लग गई। फिर तो 1913 से 1942 तक निरंतर आंदोलन जारी रहा। उन्होंने प्रकारांतर से और कई तथ्यों का उल्लेख किया। संगोष्ठी की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ.विमल कुमार मिश्र ने की। संचालन व धन्यवाद ज्ञापन इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ.उदय कुमार सिंह ने किया। चूंकि इस संगोष्ठी में सिर्फ सामाजिकी संकाय के विद्यार्थियों को शामिल होने की इजाजत थी, इसलिए शेष विद्यार्थी व गैर संकाय के शिक्षक इससे महरूम ही रहे। प्राचार्य डॉ.मिश्र ने इस संदर्भ में कहा कि अब प्रति सप्ताह यहां किसी न किसी विषय की संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। कार्यक्रम में सैकड़ों विद्यार्थी व शिक्षक मौजूद थे।
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