BPSC TRE 3.0: पेपर लीक की चल रही थी तैयारी, पुलिस ने मंसूबे पर फेरा पानी; 12 घंटे में कर दिया रैकेट का पर्दाफाश
BPSC TRE 3.0 बिहार में शुक्रवार को शिक्षक नियुक्ति परीक्षा थी। ठीक इसके पहले गुरुवार शाम चार बजे एसपी अरविंद कुमार सिंह को इनपुट मिला कि हजारीबाग में कुछ लोग होटल और लॉज में रहकर परीक्षा में धांधली और प्रश्न पत्र लीक करने की योजना बनाई है। एक्टिव हजारीबाग पुलिस ने 12 घंटे में परीक्षा माफियाओं के बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया।
जागरण संवाददाता हजारीबाग। BPSC TRE 3.0 बिहार में शुक्रवार को बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा थी। ठीक इसके पूर्व संध्या गुरुवार चार बजे एसपी अरविंद कुमार सिंह को एक इनपुट मिला था कि हजारीबाग में कुछ लोग होटल और लॉज में रहकर परीक्षा में धांधली करने और प्रश्न पत्र लीक करने की योजना बनाई है।
इनपुट के आधार पर सक्रिय हजारीबाग की पुलिस ने 12 घंटे में परीक्षा माफियाओं के बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। इतना ही नही देश में पहली बार 300 के करीब परीक्षार्थियों को भी पकड़ा, जो प्रश्न पत्र लीक मामले में सीधे संबंध रखते थे। रात भी की इस भागदौड़ में हजारीबाग में नही बल्कि पदमा, बरही और शहर के नगवां टोल प्लाजा पर पुलिस ने चार बसों को पकड़ा।
सुबह तीन बजे होटल की घेराबंदी कर हुई छापेमारी
परीक्षार्थियों को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो पुलिस के होश उड़ गए। एक बड़े रैकेट का तार हजारीबाग शहर से सटे पेलावल के रोमी स्थित होटल कोहिनूर से जुड़ा था, जहां पर सेंटर बनाकर परीक्षार्थियों को रखा गया था और पिछले दो दिनों से उन्हें प्रश्न पत्र देकर तैयारी भी कराई जा रही थी।
सुबह तीन बजे से होटल की घेराबंदी कर छापेमारी की तो वहां भगदड़ मच गया। कई छोटे वाहन कटकमसांडी की और भागे तो पुलिस ने वहां भी 20 लोगों को पकड़ा और चार वाहन जब्त किया। इसके अलावा कोर्रा व पदमा पुलिस भी सक्रिय थे। एक बस काे पदमा में दो बसों को नगवां में रोका। वहीं बरही में रात में दो बसों को पकड़ा गया।
सुबह जब यह बात फैली तो पेलावल में गहमागहमी हो गई और लोग अंजाने भय से सहम गए। दरअसल पेलावल के यह क्षेत्र हाल के दिनों में आंतकियों के पनाहस्थली के रूप में चर्चित रहा है। पूरे दिन रोमी चौक पर पुलिस की सक्रियता रही। जिला प्रशासन की और क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए अतिरिक्त बलों के साथ-साथ ब्रज वाहन को तैनात कर दिया गया था।
डीएसपी स्तर के पदाधिकारियों ने फिर जांच शुरू की
सुबह करीब नौ बजे होटल 15 महिला परीक्षार्थियों को देखते हुए महिला पुलिस को बुलाया गया था। वह दोपहर दो बजे के करीब आर्थिक अपराध अनुसंधान की टीम दो गाड़ियों के साथ यहां पहुंची थी। डीएसपी स्तर के पदाधिकारियों ने फिर जांच शुरू की। होटल कोहिनूर के पांच कमरों में फोर्ड अस्पताल में काम करने वाले कर्मियों के लिए कमरा रखा गया था, जिसे पुलिस पहले हिरासत में ले लिया था।
बाद में जांच के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। कोहिनूर होटल के संचालक मो. शमशाद हैं। वे रांची में रहते हैं। होटल के मैनेजर को हिरासत में लिया है। बिहार स्वास्थ्य समिति के उपसचिव की बोर्ड लगी गाड़ी भी होटल के अंदर से बरामद की गई।
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