48 प्रज्ञा केंद्रों पर 12.7 लाख गबन का आरोप
बरही अनुमंडल अंतर्गत संचालित 48 प्रज्ञा केंद्र संचालकों पर 12 71809 रुपये
बरही (हजारीबाग) : बरही अनुमंडल अंतर्गत संचालित 48 प्रज्ञा केंद्र संचालकों पर 12, 71,809 रुपये के गबन का आरोप बिजली विभाग ने लगाया है। इस बाबत बरही के सहायक विद्युत अभियंता सौरभ लिडा ने बरही अनुमंडल अंतर्गत संबंधित थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें चौपारण के 24 प्रज्ञा केंद्रों पर 9,50,652, पदमा के तीन प्रज्ञा केंद्रों पर 6,341 रुपये, बरकट्ठा के दो प्रज्ञा केंद्रों पर 29,614 रुपये, गोरहर के दो प्रज्ञा केंद्रों पर 9,298 रुपए व बरही के 17 प्रज्ञा केंद्रों पर 2,75,904 का गबन का आरोप लगाया है। आवेदन में बताया गया है कि विद्युत अवर प्रमंडल चौपारण के अंतर्गत विद्युत विपत्र भुगतान विभिन्न प्रज्ञा केंद्र के माध्यम से हो रहा था। परंतु कई प्रज्ञा केंद्र द्वारा राजस्व संग्रहण की राशि को विभाग के खाते में स्थानांतरित नहीं किया गया है। जांच उपरांत पाया गया कि विभिन्न वीएलई द्वारा झारखंड बिजली निगम वितरण निगम लिमिटेड के राजस्व के पैसों का गबन किया है।
पुरानी रिपोर्ट के आधार पर हुई है प्राथमिकी दर्ज :
वहीं प्रज्ञा केंद्र के संचालकों ने बताया कि आरोप गलत लगाया जा रहा है। वे लोग पैसा जमा कर दिए हैं। प्राथमिकी पुराने रिपोर्ट के आधार पर किया गया जो गलत है। प्रज्ञा केंद्रों के जिला सीएससी मैनेजर रोशन कुमार से बात करने पर बताया कि बरही के एक व चौपारण प्रखंड के 10 केंद्र को छोड़कर बाकी के प्रज्ञा केंद्र के संचालकों द्वारा पैसा जमा कर दी गई है। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी पुरानी रिपोर्ट के अनुसार से की गई है। बरही बिजली विभाग ने अद्यतन रिपोर्ट प्राप्त किए बिना ही पुरानी रिपोर्ट के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। वे लोग जल्द ही विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता व सहायक विद्युत अभियंता से भेंटकर अद्यतन रिपोर्ट लेंगे। ताकि किसी निर्दोष के खिलाफ करवाई नहीं हो।