गोपाल सिंह हत्याकांड में पूर्णिमा से हो रही पूछताछ
संवाद सहयोगी हजारीबाग त्रिवेणी सैनिक कोल माइंस के सहायक महाप्रबंधक मानव संसाधन (एजीएम एच
संवाद सहयोगी, हजारीबाग : त्रिवेणी सैनिक कोल माइंस के सहायक महाप्रबंधक मानव संसाधन (एजीएम एचआर) के हत्या मामले में मृतक की पत्नी सुषमा देवी ने कंपनी में ही काम करने वाले फार्मासिस्ट रमेश सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह सहित अन्य अज्ञात पर सदर थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। आवेदन के आलोक में पुलिस पूर्णिमा सिंह को घर में हिरासत में ले पूछताछ कर रही है। उनके पति रमेश सिंह को भी बुलाया गया है। सुषमा देवी के आवेदन में कहा गया है कि गोपाल सिंह करीब पांच बजे बड़कागांव कार्यालय से घर लौटे और छह बजे एक घंटे में आने की बात कह घर से निकले और फिर वापस नहीं आए। रात करीब आठ बजे उन्हें सूचना मिली की मेरे पति की हत्या जुलू पार्क में गोली मारकर कर दी गई है। बताया कि रमेश सिंह बड़कागांव के लगांतु में एनटीपीसी की ओर से संचालित अस्पताल में फार्मासिस्ट थे, उनका घर जुलू पार्क में है। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि रमेश सिंह की पत्नी पूर्णिमा ने हं साजिशन उनके पति की हत्या करा दी।
इधर पुलिस पूर्णिमा सिंह से उनके घर में ही डीएसपी अनिता लकड़ा की उपस्थिति में गोपाल और उनके संबंध को लेकर पूछताछ कर रही है। पूर्णिमा से बुधवार को घटना के बाद करीब दो घंटे तक पूछताछ के बाद गुरुवार को फिर पुलिस ने कई राउंड पूछताछ की लेकिन वह गोपाल सिंह से किसी भी तरह के संबंध होने से इंकार कर रही है। बताया कि गोपाल एक बार उनके पति के साथ घर पर आए थे उसके बाद कल दूसरी बार आए थे।
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ऑटो चालक भी पुलिस हिरासत में
इस मामले में ऑटो रिक्शा चालक से सदर थाना में पुलिस पूछताछ कर रही है। सदर थाना में गुरुवार को भी ऑटो चालक से पूछताछ हुई। उसका फोन डिटेल भी खंगाल गया। जानकारी के मुताबिक पुलिस शुक्रवार को इस मामले में बड़ा खुलासा कर सकती है। :::::::::::::::::: घर में छह साल के बच्चे के साथ रहती थी पूर्णिमा पूछताछ में फार्मासिस्ट रमेश कुमार सिंह का स्थानांतरण अप्रैल माह में आंध्र प्रदेश के तिरुपति हो जाने की बात सामने आई। बताया कि यहां वह तीन से चार साल पूर्व से कार्यरत थे और गोपाल सिंह के साथ रमेश सिंह का मधूर संबंध था। तिरुपति स्थानांतरित हो जाने के कारण उनकी पत्नी पूर्णिमा सिंह और एक छह साल का बेटा जुलू पार्क स्थित किराए के घर में रहता था। घटना के दिन भी बुधवार को पूर्णिमा सिंह अपने घर में अकेले थी, और करीब सात बजे उनके घर में गोपाल सिंह आए थे।
===================== सीसीटीवी को झूठला नहीं सकी पूर्णिमा सिंह घटना के बाद पुलिसिया पूछताछ में गोपाल सिंह का पूर्णिमा सिंह के घर आने की बात सामने आई। जब पुलिस पूर्णिमा सिंह के घर पूछताछ करने पहुंची तो उसने एक सिरे से नकार दिया। लेकिन पूर्णिमा सिंह सीसीटीवी फुटेज को नहीं नकार सकी। पुलिसिया जांच में 35 मिनट तक गोपाल सिंह के उनके घर रुकने की जानकारी मिली। करीब सात बजे गोपाल सिंह उनके घर पहुंचे और 30-35 मिनट रुकने के बाद वे निकले थे।
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पीएलएफआइ ने पत्र जारी कर हत्या की जिम्मेवारी
वहीं दूसरी ओर उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ ने पत्र जारी कर गोपाल सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली है। पत्र संगठन के सुप्रीमो दिनेश गोप के द्वारा रांची में जारी किया गया है जो सोशल मीडिया से हजारीबाग पहुंच गया। पत्र में कहा गया है कि कंपनी के द्वारा गरीबों का शोषण किया जा रहा था। हालांकि, पुलिस ने इस पत्र की पुष्टि भी नहीं की है। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है।