पैसे के अभाव में जिदगी की जंग हार गया नौ वर्षीय अभिषेक
संवाद सहयोगी चरही लीवर रोग से पीड़ित चरही के चनारो निवासी जुगेश्वर महतो के नौ वर्षीय पु
संवाद सहयोगी चरही : लीवर रोग से पीड़ित चरही के चनारो निवासी जुगेश्वर महतो के नौ वर्षीय पुत्र अभिषेक मंगलवार को जिदगी की जंग हार गया। असहाय पिता को चिकित्सकों ने लीवर ट्रांसप्लांट के लिए सलाह दी थी। ट्रासप्लांट के लिए 25 लाख लगने थे। जन प्रतिनिधियों की पहल पर अभिषेक के लिए आयुष्मान कार्ड तो बना पर वह भी किसी काम नहीं आया। जानकारी के मुताबिक आयुष्मान से पांच लाख रुपए तक की हीं सहायता मिल सकती थी। परिजनों को 25 लाख रुपए की आवश्यकता थी। आर्थिक अभाव में अभिषेक को कोलकाता या बेंगलुरु नहीं भेजा जा सका, जहां उसका इलाज संभव था। इसी बीच तबीयत भी बिगड़ती जा रही थी। रांची के रिम्स में सोमवार की ढाई बजे रात को हमेशा के लिए अभिषेक ने आंखे मूंद ली।
कर्ज लेकर परिजनों ने मेडिका में किया लाखों खर्च : अपने पुत्र को जीवन देने के उद्देश्य परिजनों ने लाखों रुपए मेडिका अस्पताल में खर्च किए लेकिन उन्हें कोई लाभ नहीं मिल सका। परिजनों ने सरकार से भी इस मामले में सहायता की मांग की थी, जबकि ससमय सहायता नहीं मिल पाने के कारण अभिषेक की मौत हो गई।
इस संबंध में चुरचू बीडीओ नीतू सिंह ने बताया कि यह दुखद घटना है। उन्होंने भी काफी प्रयास किया। उपायुक्त और सिविल सर्जन से संपर्क कर इलाज के लिए वेल्लोर अस्पताल के डॉक्टर से भी बात कर खर्च का ब्यौरा मंगवाया। बच्चे के परिजन को ही लीवर डोनेट करना था। सारे डॉक्यूमेंट्स लेकर सीएस कार्यालय जाने को कहा गया था। लेकिन, इससे पहले ही उसकी मौत हो गई है।