कलर कोडिग की जाएंगी नगर निगम की परिसंपत्तियां
रमण कुमार हजारीबाग नगर निगम प्रशासन के द्वारा इसकी संपत्तियों की अलग पहचान बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है।
रमण कुमार, हजारीबाग : नगर निगम प्रशासन के द्वारा इसकी संपत्तियों की अलग पहचान बनाने की कवायद जारी है। इसके लिए नगर निगम प्रशासन द्वारा रंग का चुनाव किया जा रहा है। इसके बाद नई दिल्ली के कनाट प्लेस की तर्ज पर नगर निगम के स्वामित्व वाली दुकानों से लेकर इसकी सभी परिसंपत्तियों पर एक ही रंग चढ़ा हुआ होगा। ताकि कोई भी व्यक्ति नगर निगम की परिसंपत्तियों की पहचान आसानी से कर ले। वर्तमान में अलग-अलग रंग के होने के कारण निजी व निगम की दुकानों में फर्क करना मुश्किल होता है।
कलर कोडिग करने की बात को लेकर नगर आयुक्त माधवी मिश्रा ने बताया कि नगर निगम प्रशासन के द्वारा रंग का चयन किया जा रहा है। हालांकि उन्होंने बताया कि नगर निगम के रंग का किसी भी राजनीतिक दल के रंग से कोई संबंध नहीं होगा। शहर में किसी भी दुकान या अन्य परिसंपत्ति को देखकर एक नजर में पहचान लेंगे कि वह परिसंपत्ति नगर निगम की है। साथ ही बताया कि कलर कोडिग योजना के तहत नगर निगम की स्वामित्व वाली दुकानों के बाहरी भाग को किराएदारों को अनिवार्य तौर पर चयनित रंग से ही रंगना होगा। इसके साथ ही कलर कोडिग का असर नगर निगम कार्यालय, उसकी फाइल, स्टांप सहित अन्य संपत्तियों पर भी पड़ेगा। कलर कोडिग योजना के तहत नगर निगम के विभिन्न कार्यालयों, विवाह भवनों, शौचालयों पर भी चयनित रंग का उपयोग किया जाएगा। जबकि नगर निगम की फाइलों में कलर कोडिग की जाएगी। इसके तहत निगम की योजनाओं की फाइलों का रंग अन्य कार्य के फाइलों के रंग से अलग होगा। ताकि योजनाओं के फाइलों की पहचान आसानी से हो सके। साथ ही योजनाओं की फाइलों का क्लीयरेंस तेजी के साथ किया जा सकेगा। जबकि अन्य परिसंपत्तियों पर भी नगर निगम का ही रंग चढ़ा होगा।