ं टेंडर को लेकर फिर विवाद, हंगामा
फोटो- 12 पूर्व में विवाद के बाद रद किया जा चुका है टेंडर संवेदक का आरोप पूर्व से अपने च
फोटो- 12
पूर्व में विवाद के बाद रद किया जा चुका है टेंडर
संवेदक का आरोप पूर्व से अपने चैंबर में रखे पांच टेंडर पत्र भी जमा कर दिए रजिस्ट्रार ने
संवाद सहयोगी, हजारीबाग : एक माह पूर्व टेंडर डालने को लेकर हुए विवाद के बाद विनोवा भावे विश्व विद्यालय के कुलपति ने टेंडर रद कर दिया था। अब जब शुक्रवार को दूसरी बार पुलिस की सुरक्षा में टेंडर की प्रक्रिया प्रारंभ हुई तो एक बार फिर विवाद हो गया। इस बार विवाद का केंद्र प्रभारी रजिस्ट्रार डा. मंटून सिंह बने। रजिस्ट्रार पर अपने संवेदकों को लाभ देने का आरोप लगाया। संवेदकों ने बताया कि टेंडर के पांच पर्चे कुलसचिव के कक्ष में कैसे पहुंचे जबकि निविदा बाक्स में डाली जा रही थी। इसी मामले को लेकर पुलिस की मौजूदगी में जमकर हंगामा हुआ। कुलसचिव के साथ अभद्रता हुई। करीब पांच बजे पुलिस की सख्ती के बाद टेंडर की प्रक्रिया पूरी की गयी और तकनीकी जांच में सभी निविदा पास हो गए।
---------------------
निविदा करने वालों का रजिस्ट्रार में हस्ताक्षर नहीं
विभावि के प्रभारी रजिस्ट्रार के खिलाफ हंगामा कर रहे लोग सवालों की झड़ी लगाते दिखाई दिए। विश्वविद्यालय प्रशासन पर टेंडर डालने वाले संवेदकों ने पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। संवेदकों का आरोप है कि दिन के 11 बजे से टेंडर पेपर लेने की का समय निर्धारित था। रजिस्ट्रार ने इससे पहले ही पांच टेंडर पेपर ले लिया । टेंडर डालने की अलग जगह निर्धारित थी। कितने संवेदक आए और कितनों ने टेंडर डाला इसकी कहीं भी इंट्री नहीं कराई गई। हालांकि, कुलसचिव ने इसका जोरदार खंडन किया और कहा कि यह शिक्षा का मंदिर है और ऐसी घटनाएं शोभा नहीं देती। टेंडर की प्रक्रिया पारदर्शी रखी गई है। आरोप निराधार हैं।