खेती से 25 सौ महिलाएं बनीं लखपति, दिखाई राह
टाप बाक्स चूरचू की महिलाओं ने कर दिया कमाल देशभर में मिल रही है सोहरत जागरण संवाददाता हजा
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चूरचू की महिलाओं ने कर दिया कमाल, देशभर में मिल रही है सोहरत
जागरण संवाददाता हजारीबाग : देश की नंबर एक एफपीओ बनी चुरचू नारी ऊर्जा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी ने उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र की महिलाओं की किस्मत बदल दी। महिलाएं अब खेती-किसानी कर आत्मनिर्भर बन रही हैं। उग्रवादियों के डर से लोग सहमे रहते थे। खेती नहीं होती थी। जमीन परती रहती थी। ऐसे में अब इस इलाके में खेती से 2500 महिलाएं लखपति किसान हैं। इन सभी की आय 1 लाख 20 हजार से अधिक हो गई है। टाटा सिनी ट्रस्ट जैसी कंपनियां इनकी मदद कर रही हैं। वर्तमान में सात हजार महिला किसान इस संस्था से जुड़ी हैं है। कंपनी का लक्ष्य है कि एक से दो वर्ष में सभी महिलाएं लखपति किसान बन जाएं। वह अपने पैरों पर खड़ी हो जाएं। रोड माडल बनें।
कंपनी की चेयरमैन सुमित्रा देवी हैं। उन्होंने स्वयं मैट्रिक तक शिक्षा हासिल की है। वह जब कंपनी से जुड़ी तो उनकी आय शून्य थी। लेकिन, सिर्फ समूह की मेहनत और लगन से उनकी किस्मत बदल गई है। बताती हैं कि उन्होंने अपनी दो एकड़ जमीन पर खेती शुरू की। एक एकड़ में तरबूज व गोभी और एक एकड़ में धान लगाया। बाजार की उपलब्धता भी आसानी से हो गई। ई-नाम के माध्यम से अपने कृषि उत्पाद को खेतों से ही बेच दिया। करीब दो लाख रुपये की आय इससे हमें प्राप्त हुई। मेरे जैसी कई महिलाओं की जिदगी सिर्फ खेती के बल पर बदली है।
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2440 दीदी हैं अशंधारक, कंपनी में जमा किए हैं1100 रुपये
निदेशक लालमुनी मरांडी बताती हैं कि सबसे मुश्किल काम महिलाओं को कंपनी में पैसे जमा करने के लिए मनाना था। पहले दीदियों को लगता था कि हम अपने फायदे के यह सब कर रहे हैं। लेकिन, धीरे-धीरे जुटी दीदियों को खेती से जुड़कर फायदा होने लगा। छह जून 2018 को कंपनी का गठन हुआ, जिसके बाद अब तक 2440 ने 1100 रुपये का अंशदान किया है। कंपनी में 18 लाख रुपये जमा हो गए हैं। हमारी समूह की महिलाओं की पहचान अब ट्रैक्टर वाली दीदी के रूप में होने लगी है।