सागर भक्ति संगम ने मनाया स्थापना दिवस
जासं हजारीबाग जबरा स्थित शंभू शरण भवन में संस्था सागर भक्ति संगम का 28 वां स्थापना दिवस बुध
जासं, हजारीबाग : जबरा स्थित शंभू शरण भवन में संस्था सागर भक्ति संगम का 28 वां स्थापना दिवस बुधवार को धूमधाम के साथ मनाया गया। अध्यक्षता शंभू शरण एवं संचालन सोनल ने किया। सभी ने स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर फूल अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सदस्यों ने सामाजिक कुरीतियों को जड़ से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया। संयोजक विजय केसरी ने सागर भक्ति संगम के 28 सालों के सफर पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि के रूप् में मौजूद शिक्षाविद अखौरी गोपाल प्रसाद सहाय ने कहा कि सागर भक्ति संगम का कार्य नवजागरण की दिशा में एक सार्थक पहल है। स्वामी विवेकानंद के विचार वेद के ही विचार हैं। अध्यक्षता करते हुए शंभू शरण ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का व्यक्तित्व और कृतित्व दोनों ही अतुलनीय है। शिक्षाविद गोपी कृष्ण ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचार लोगों को कर्म और लक्ष्य तक पहुंचाने की शिक्षा प्रदान करता है। सामाजिक कार्यकर्ता भोलानाथ बख्शी ने कहा कि स्वामी जी के बताए मार्ग पर चलकर देश को ऊंचा उठाया जा सकता है। पूर्व शिक्षिका उषा सहाय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने नारी शिक्षा पर जोर दिया था। झील पर्यावरण समिति के अध्यक्ष अरुण कुमार वर्मा ने कहा कि स्वामी जी का जीवन सदा लोगों को प्रेरित करता रहेगा। कार्यक्रम में श्रवण कुमार, प्रियरंजन शर्मा, अशोक कुमार, संध्या बक्शी, संजय सिन्हा, मनोज सिन्हा, चंद्रमणि, प्रदीप कुमार, संजय खत्री, जयप्रकाश गुप्ता, अशोक कुमार सहित काफी संख्या में नगर के गणमान्य जन सम्मिलित हुए।