न बरतें लापरवाही, फिर से से बढ़ रहा खतरा
लीड--------- कोरोना संक्रमण को लेकर लोग हुए बेपरवाह मास्क शारीरिक दूरी का पालन नहीं
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कोरोना संक्रमण को लेकर लोग हुए बेपरवाह, मास्क शारीरिक दूरी का पालन नहीं संवाद सहयोगी हजारीबाग : वैश्विक महामारी कोविड 19 को लेकर देशव्यापी लाकडाउन के समय लोगों में इसके संक्रमण से बचने के लिए पर्याप्त जागरूकता थी। लेकिन बीतते समय के साथ लोगों ने मास्क से दूरी बनाते हुए शारीरिक दूरी बनाना ही छोड़ दिया। इससे देश में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि ड्बलूएचओ ने कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन को बहुत ही संक्रामक एवं घातक बताया है। वहीं पूर्व के कोरोना संक्रमण एवं वैक्सीनेशन के कारण प्रतिरक्षा को लेकर अब तक अध्ययन ही किया जा रहा है।
कोरोना संक्रमण को लेकर लोग इतने लापरवाह हो चुके हैं कि पर्व -त्यौहारों से लेकर शादी-विवाह एवं बाजार-हाट बिना कोविड प्रोटोकॉल के लोग जुटते रहते हैं। जिससे संक्रमण के बढ़ने की संभावना बढ जाती है। वहीं देश में ओमीक्रॉन का मरीज मिल चुका है, लेकिन लोग बढ़ते खतरे के बाद भी लोग अब पूरी तरह से लापरवाह और बेपरवाह नजर आते हैं। दूसरी और कोविड गाइडलाइन पालन कराने को लेकर प्रशासन ने सख्ती करनी छोड़ दी है।
बिना मास्क के घूम रहे लोग, कोरोना के प्रति नही है गंभीरता वर्तमान समय में लोगों के दिलो दिमाग से कोरोना संक्रमण का खौफ समाप्त हो गया है। लोग अब कोरोना संक्रमण को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। हजारीबाग के मेन रोड में शायद ही कोई लोग मास्क पहने नजर आ जाएं। एक ही बाइक पर तीन-तीन सवार बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं। इतना ही नहीं लोग अब शारीरिक दूरी बनाकर रखना भी जरूरी नहीं समझते हैं। सुबह झील पर सेहत बनाने के लिए जुटने वाले लोग भी बिना मास्क के ही नजर आ रहे हैं। शारीरिक दूरी की बाध्यता तो पूरी तरह से समाप्त हो गई , बल्कि शारीरिक दूरी बनाने वाले को लोग उपहास उड़ाते नजर आते हैं। लोग कहते हैं कि अब तो कोरोना समाप्त हो गया। साथ ही कहते हैं कि फलां, फलां को कोरोना संक्रमित हुआ था, लेकिन फिर ठीक भी हो गया। इसलिए अब कोरोना संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं है। शहर में डेली मार्केट में सब्जी की खरीददारी कर रही एक महिला से दैनिक जागरण ने जब मास्क का उपयोग नहीं करने की बाबत पूछा तो वह महिला शर्मिंदा होने के बजाए बिफर पड़ी। महिला ने कहा कि कोरोना-ओरोना कुछ नहीं होता है। सब वहम है। इतना लोग तो बाजार से लेकर जहां तहां बिना मास्क के घूमता रहता है किसी को कुछ होता है क्या? उस पर तुर्रा यह कि सब्जी बेचनेवाली भी महिला ही थी, उसने ने मास्क नहीं पहन रखा था। मास्क के बारे पूछने पर सब्जीवाली मास्क होने की बात तो बताई।