जवानों पर आतंकी हमले से बौखलाए लोग
हजारीबाग : आतंकी हमले में 42 जवानों को खोने का दर्द देश के साथ हजारीबाग को भी हुआ है
हजारीबाग : आतंकी हमले में 42 जवानों को खोने का दर्द देश के साथ हजारीबाग को भी हुआ है। देश के गद्दारों को चुन-चुन कर सजा देने, पाकिस्तान को उसके घर में घुस कर मारने से लेकर पूरे दिन घटना के विरोध में जिले में हजारों लोग सड़क पर उतर कर सेना के साथ खड़ा होने की बात कह रहे हैं। कहा कि देश के साथ शहीदों के लिए हजारीबाग भी खड़ा है। विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक दलों के साथ साथ सामाजिक संगठन, छात्र संगठन, व शिक्षण संस्थानों ने एक स्वर में घटना की ¨नदा करते हुए सरकार से आरपार की लड़ाई की मांग की। कांग्रेस, बजरंग दल, विद्यार्थी परिषद, भाजयुमो, सर्वधर्म समभाव समिति के सहित चौपारण, बरही, बरकटठा, चरही, में कैंडल मार्च, पूतला दहन व श्रद्धांजलि समारोह कर विरोध जताया गया। घटना के बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के आवाज को बारिश भी नहीं दबा सकी। सैकड़ों की संख्या में शामिल युवकों, बुद्धिजीवियों ने बारिश में ही पैदल मार्च झंडा चौक पहुंच कर जवानों को श्रद्धांजलि दी। घटना में शामिल हर उस शख्स की कठिन मौत देने की मांग की,जिनके हाथ इसमें शामिल है । सीमा पर सीधे वार और घर में बैठे भेदियों पर भी जमकर नारे लगाए गए। जामा मस्जिद से भी हमलावरों के विरोध में नारे लगे, नमाज के बाद बड़ी संख्या में निकले लोगों ने पाकिस्तान विरोधी नारे ही नहीं लगाए बल्कि उस को मुस्लिम मानने से इंकार किया जो इस घटना में शामिल है। मटवारी से शिक्षण संस्थान, इंदपुरी चौक से भाजयुमो, बड़ा अखाड़ा से बजरंग दल, एबीवीपी कार्यालय से विद्यार्थी परिषद सहित गुरुकुल व एक दर्जन शैक्षणिक संस्थानों ने विरोध दर्ज कराया।