दो प्रतिशत कृषि कर के विरोध में शुरू हुआ आंदोलन
दो प्रतिशत कृषि कर के विरोध में शुरू हुआ आंदोलन
दो प्रतिशत कृषि कर के विरोध में शुरू हुआ आंदोलन
जासं, हजारीबाग : झारखंड सरकार द्वारा झारखंड के व्यवसायियों पर जबरन थोपे गए काले कानून अर्थात कृषि उत्पादन बाजार समिति में दो फीसदी शुल्क विधेयक के प्रस्ताव के विरोध में, झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स के के नेतृत्व में हजारीबाग जिले के राइस मिल एसोसिएशन, खुदरा दुकानदार संघ, आलू प्याज पशु आहार इत्यादि सभी संगठनों के सदस्य सोमवार से कोई भी नया खाद्यान्न वस्तुओं की खरीद एवं भंडारण बंद कर दिया है। हजारीबाग सहित राज्य के सभी जिलों के खाद्य वस्तुओं के व्यापारी अपने यहां नया स्टाक मंगाना बंद कर दिया है। विरोध कार्यक्रम को लेकर व्यवसायिक खाद्यान्न संघ द्वारा बैठक कर आज यह निर्णय लिया गया है कि आज से कोई भी माल हजारीबाग शहर में नहीं उतरेगा जब तक यह निर्णय वापस नहीं होता है। कोई भी आवक खाद्य सामग्री पशु आहार फल सब्जी एवं अन्य सामग्री हजारीबाग में नहीं होगा। व्यवसायिक संघ के प्रवक्ता विजय जैन ने कहा कि इसे कड़ाई से पालन किया जाएगा और जो व्यापारी अगर दोषी पाया गया उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले संघ द्वारा पूर्व संध्या पर निकाले गए मशाल जुलूस के सफल आयोजन के लिए संघ के अध्यक्ष व सचिव अरुण साव ने सभी को धन्यवाद दिया। सभी राइस मिल, आटा मिल, सत्तू मिल के संचालक खाद्यान्न वस्तुओं एवं पशु आहार के थोक विक्रेता एवं खुदरा विक्रेताओं सबों से पुन: आग्रह किया गया कि झारखंड सरकार के इस काले कानून का वापस होने तक विरोध करें एवं अपनी व्यापारिक चट्टानी एकता का परिचय देते हुए रांची चेंबर ऑफ कॉमर्स के इस मुहिम का समर्थन करें। कोई भी आवक खाद्य सामग्री पशु आहार फल सब्जी एवं अन्य सामग्री हजारीबाग में नहीं होगा। व्यवसायिक संघ के प्रवक्ता विजय जैन ने कहा कि इसे कड़ाई से पालन किया जाएगा और जो व्यापारी अगर दोषी पाया गया उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।