रिहाई की आस :: पलामू से किसी की रिहाई नहीं, जेपी कारा से छह होंगे रिहा
पलामू/हजारीबाग : रिहाई की आस में परिजनों की पथराई आंखों में कहीं खुशी कहीं गम क
पलामू/हजारीबाग : रिहाई की आस में परिजनों की पथराई आंखों में कहीं खुशी कहीं गम के आंसू भरे हैं। पलामू कारा में सजा काट रहे किसी भी बंदी के परिजनों के आखों में दो अक्टूबर को खुशी के आंसू नहीं छलकेंगे जबकि जेपी कारा हजारीबाग से छह बंदी के परिजनों के आंखों से खुशी का मोती बिखरेंगे। पलामू कारा से रिहाई के किसी भी प्रस्ताव को विभाग से मंजूरी नहीं मिली। यहां से छह कैदियों के नाम पर विचार हो रहा था। जबकि हजारीबाग जेपी कारा से छह बंदियों को दो अक्टूबर को रिहा किया जाएगा। रिहा होने वाले बंदियों में तीन से पांच तीन वर्ष की सजा पाने वाले बंदी है। जेपी कारा ने अनुमति प्राप्त होते ही इन्हें रिहा करने की तैयारी शुरु कर दी है। सभी बंदी कैदियों को रांची के होटवार जेल से रिहा किया जाएंगा। जेपी कारा से भी सभी छह बंदियों को आवश्यक कार्रवाई पूरी करने के बाद होटवार कारा भेज दिया जाएंगा। जहां वे एक साथ रिहा किए जाएंगे। ज्ञात हो कि कारा विभाग ने गांधी जयंती पर राज्य भर में 135 में से 125 कैदियों को रिहा करने की अनुमति दी है। इनमें जेपी कारा से 11 नाम भेजे गए थे। कारा विभाग ने इनमें छह बंदियों को ही रिहा करने की अनुमति दी है। ये होंगे रिहा
1. जगदीश पांडेय पिता भोला मंडल, 2. चरण महतो पिता धनंजय महतो 3. भारत महतो पिता कंगलू महतो 4.भूवन महतो पिता भोपाल महतो 5. ¨मटू कुमार ¨सह पिता सुखनंदन ¨सह 6. विनोद कुमार ¨सह पिता राजेंद्र प्रसाद
(इनमें एक से लेकर चार तक के बंदियों को कोर्ट ने आइपीसी की धारा 325,149 के तहत चार वर्ष, क्रम संख्या पांच को 457, 380 व 411 में पांच साल तथा क्रम संख्या छह व सात को 354, 323 तथा 341 के तहत तीन वर्ष की सजा दी गई थी।)
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बंदियों को रिहा करने की तैयारी शुरु कर दी है। सभी को होटवार जेल निर्धारित समय पर भेजा जाएंगा। वहीं से इनकी रिहाई होंगी।
हमीद अख्तर, जेल अधीक्षक, जेपी कारा, हजारीबाग