नौ दिनों तक नौ अवतारों में होते हैं भगवान जगन्नाथ
नौ दिनों तक नौ अवतारों में होते हैं भगवान जगन्नाथ
नौ दिनों तक नौ अवतारों में होते हैं भगवान जगन्नाथ
संवाद सूत्र, पालकोट: भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दिन के बाद भगवान नौ दिन तक मौसीबाड़ी में बिताते हैं। मौसी के घर भगवान अपने नौ अवतार रुप धारण करते है। नौ दिनों तक तक पुरोहितों द्वारा भगवान का नौ अवतार को प्रदर्शित किया जाता है। पुरोहित राधामोहन देवघरिया और मूरलीधर होता ने बताया कि भगवान का पहला अवतार मत्स्य के रूप में हुआ था, दूसरा कूर्म , तीसरा वराह, चौथा नरसिंह, पांचवा वामन, छठा परशुराम, सातवा राम, आठवा कृष्ण, नौवां गजोधारन रूप, दसवें दिन राजा रूप धारण कर भगवान अपने देवालय लौट जाते हैं। भगवान के इन रूपों का दर्शन करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है। भगवान को मौसी के घर स्वादिष्ट पकवानों का भोग लगाया जाता है और नौ दिनों तक बड़ालाल गोविंद नाथ शाहदेव और लाल दामोदर नाथ शाहदेव के द्वारा संध्या आरती की जाती है। इस दौरान लोगो की भीड़ लगी रहती है। पूजा के दौरान लोग जय जगन्नाथ का जयकारा लगाते है। दसवें दिन भगवान मौसी बाड़ी से अपना देवालय लौट जाते हैं जिसे घूरती रथ के नाम से जाना जाता है ।