जिला का क्वांरटाइन सेंटर खाली, प्रवासी होम क्वारंटाइन में
जागरण संवाददाता गुमला कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आते ही विभिन्न प्रदेशों से गुमला जिला
जागरण संवाददाता, गुमला : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आते ही विभिन्न प्रदेशों से गुमला जिला में कुल 906 प्रवासी मजदूर लौटे हैं। जिले भर के विभिन्न प्रखंडों में क्वांरटाइन सेंटर तो बनाया गया है। लेकिन यह क्वारंटाइन सेंटर धूल फांक रहे है। यहां न डाक्टर है न नर्स और न ही कोई प्रवासी मजदूर। जिले में आने वाले लगभग प्रवासी मजदूर होम क्वांरटाइन में हैं। रायडीह प्रखंड के कुल 73 मजदूरों का कोविड टेस्ट किया गया जिसमें केवल आठ मजदूर ही पाजिटिव पाए गए। जबकि डुमरी प्रखंड में 15 मजदूरों का कोरोना जांच कराया गया जिसमें एक पाजिटिव निकला। पालकोट में 90 मजदूरों का टेस्ट में केवल एक मजदूर पाजिटिव पाए गए। पूरे जिला में कुल 665 प्रवासी मजदूरों का कोविड जांच में 10 मजदूर पाजिटिव पाए गए। कुल 241 प्रवासी मजदूरों का कोरोना जांच होना बाकी है।
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कामडारा : कामडारा प्रखंड मुख्यालय के स्टेडियम भवन में एक मात्र क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया हैं। बीडीओ अमृता प्रियंका एक्का ने बताया कि जिला से कोई आदेश नहीं आया हैं प्रवासी मजदूरों के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाने के लिए। कामडारा प्रखंड में प्रवासी मजदूर नहीं आये हैं। प्रखंड मुख्यालय में एक क्वारंटाइन सेन्टर बनाया गया हैं जो वैसे वैसे मरीजो के लिए है जो पाजिटिव होने के बाद अपने घर में रहना नहीं चाहते हैं।
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पालकोट : पालकोट में कुल 156 लोग संक्रमित है सभी लोग होम क्वांरटाइन में है। प्रवासी मजदूरों के लिए ब्लॉक परिसर में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। लेकिन वहां कोई प्रवासी मजदूर भर्ती नहीं है।
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बसिया : बसिया प्रखंड में कोनबीर स्थित पंचायत मंडप में प्रवासी मजदूरों के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। अभी यहां कोई प्रवासी मजदूर भर्ती नहीं है।
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रायडीह : कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय रायडीह में प्रवासी मजदूरों के लिए पच्चीस बेड का क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। क्वारंटाइन सेंटर खाली है। जो मजदूर आए थे वे होम क्वारंटाइन में क्वारंटाइन की अवधि समाप्त हो गई। यह जानकारी बीडीओ मिथिलेश कुमार सिंह ने दी है।
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चैनपुर : चैनपुर के दस पंचायतों के पंचायत भवन को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी शिशिर कुमार सिंह ने बताया कि
दूसरे प्रदेशों से आए प्रवासी मजदूर होम क्वारंटाइन में हैं। अब तक क्वारंटाइन सेंटर में एक भी प्रवासी को नही रखा गया है।