Move to Jagran APP

नाबालिग से विवाह रचाया, हिरासत में लिए गए दूल्हा-दुल्हन व उनके परिजन

अरूण गिरी बिशुनपुर(गुमला) बिशुनपुर के बनारी में शुक्रवार को 14 वर्षीया नाबालिग लड़की

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 09:23 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 09:23 PM (IST)
नाबालिग से विवाह रचाया, हिरासत में लिए गए दूल्हा-दुल्हन व उनके परिजन
नाबालिग से विवाह रचाया, हिरासत में लिए गए दूल्हा-दुल्हन व उनके परिजन

अरूण गिरी, बिशुनपुर(गुमला) : बिशुनपुर के बनारी में शुक्रवार को 14 वर्षीया नाबालिग लड़की से शादी रचाने के आरोप में पुलिस ने दूल्हा-दुल्हन और उसके परिवार के सदस्यों को हिरासत में ले लिया।

loksabha election banner

जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर के रमना मुहल्ला निवासी शशि कुमार श्रीवास्तव का पुत्र अनुज कुमार श्रीवास्तव (28) अपने परिवार के सदस्यों के साथ नाबालिग लड़की से विवाह करने गुमला जिले के बिशुनपुर थाना अंतर्गत बनारी गाव पहुंचा था।

कालेश्वर नाथ मंदिर में विवाह की रस्म पूरी की गई। इस बीच कुछ लोगों ने बिशुनपुर के बीडीओ छंदा भट्टाचार्य और थाना प्रभारी मोहन कुमार को नाबालिग के साथ विवाह होने की जानकारी दे दी। पुलिस ने पहुंच कर विवाह मंडप से दूल्हा- दुल्हन के साथ उपस्थित लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस को आता देख विवाह कराने वाला पंडित फरार हो गया। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि बिशुनपुर की एक महिला सतनू महली ने दोनों पक्षों को विवाह के लिए तैयार कराया था। ऑनलाइन मुंह दिखाई की रस्म पूरी की गई थी। लड़की पसंद होने पर अनुज श्रीवास्तव अपने माता-पिता, बहन-बहनोई के साथ बिशुनपुर आया था। नाबालिग के पिता देवला भुंइया ने पुलिस को बताया कि दलाल ने मुझसे कहा था कि शादी के खर्च के रूप में लड़के के परिवार द्वारा उसे दस हजार रुपये दिए जाएंगे। लड़की के माता-पिता का कहना है कि वीडियो कॉल से लड़का दिखाया गया था।

लड़के का स्टेटस देख पैदा हो रहे कई संदेह

लड़का पक्ष का पारिवारिक स्टेटस कई प्रकार के संदेहों को जन्म दे रहा है। बातचीत करने पर पता चला कि वर पक्ष के परिवार के सभी सदस्य जॉब में हैं। लड़का भी देखने में स्मार्ट है। रियल इस्टेट में लड़का ने प्रबंधक होने का दावा किया है। वह दिल्ली में कार्यरत है। रियल इस्टेट के पदाधिकारी से बात करने पर पुलिस को पता चला कि कंपनी के अधिकारी लड़के को पहचानने से इन्कार कर रहे हैं। सवाल उठता है कि एक स्मार्ट एवं अच्छी पृष्ठभूमि के युवक ने ग्रामीण लड़की को कैसे पसंद किया। शादी का खर्च लड़की पक्ष को देने के पीछे की मंशा क्या है। पुलिस और स्थानीय लोगों को लग रहा है कि लड़का ने शादी का नाटक किया है। हो सकता है कि नौकरानी रखने के लिए लड़का पक्ष द्वारा यह नाटक रचा गया हो। यह भी हो सकता है कि लड़के पक्ष में कोई गंभीर रूप से बीमार हो और लड़की के अंग का उपयोग करने के लिए शादी की गई हो। दलाल पर दो लाख रुपये लेने का लगा आरोप

शादी के लिए मध्यस्थता करने वाली सतनू महली नामक महिला पर दो लाख रुपये लेने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। हालांकि पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। कोट :::::

आधार कार्ड में दी गई जन्म तिथि के अनुसार लड़की नाबालिग है और कानून नाबालिग को शादी करने की इजाजत नहीं देता। इसलिए विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

- छंदा भट्टाचार्य, बीडीओ, बिशुनपुर(गुमला)।

-------

- मामले में हर बिदुओं की जांच चल रही है। प्रथम दृष्टया यह मानव तस्करी का मामला लगता है। परिजनों का कहना है कि आप लोगों को जो समझ में आता है वह कीजिए।

-मोहन कुमार, थाना प्रभारी बिशुनपुर(गुमला)।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.