जब होने लगी धनरोपनी तब बीज की आयी याद
जागरण संवाददातागुमला गुमला में मानसून आरंभ होने के बाद लगातार हो रही वर्षा से खेतों में
जागरण संवाददाता,गुमला : गुमला में मानसून आरंभ होने के बाद लगातार हो रही वर्षा से खेतों में जमे पानी का लाभ उठाते हुए किसानों ने धनरोपनी आरंभ कर दी है। किसान गांवों में डेरा डाले हुए हैं। जब धनरोपनी होने लगी है तो आत्मा को बीज वितरण की याद आयी है। शुक्रवार को उपायुक्त शशिरंजन की अध्यक्षता में आत्मा शासकीय निकाय और जिला स्तरीय राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन की बैठक आइटीडीए भवन सभागार में हुई। चालू वित्तीय वर्ष में उपायुक्त ने निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने का निर्देश दिया। उपायुक्त को बताया गया कि चावल योजना के तहत 288 क्विटल शंकर धान एवं 606.22 क्विटल प्रमाणिक बीज जो दस साल से अधिक का हो एवं 1212 क्विटल प्रमाणिक प्रभेद जो दस साल से कम का हो किसानों के बीच वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक में अम्लीय मिट्टी के उपचार के लिए डोलोमाइट कीटनाशक खरपतवार नाशी की छिड़काव की भी चर्चा की गई। सूक्ष्म पोषक तत्व का 2312 हेक्टेयर में अमलीय मिट्टी के उपचार के लिए डोलोमाइट का छिड़काव 1330 हेक्टेयर, जैविक खाद 2070 हेक्टेयर में, पौधा संरक्षण के लिए रसायन 1066 हेक्टेयर में, खरपतवार नाशी 530 हेक्टेयर में देने का प्रस्ताव है। 25 कृषक प्रक्षेत्र पाठशाला का है प्रस्ताव जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि फसल पद्धति पर आधारित 25 कृषक प्रक्षेत्र पाठशाला का प्रस्ताव है। इसी तरह बदलते परिवेश की समझ के लिए चार बार प्रशिक्षण दिया जा चुका है। फसल कटाई का भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी रमेश चन्द्र सिन्हा, सहकारिता पदाधिकारी कुमोद कुमार, मत्स्य पदाधिकारी दीपक कुमार सिंह, पशुपालन पदाधिकारी ललित एक्का आदि उपस्थित थे।