केरल से पांच दिन में पहुंचा ममता का शव, हुआ अंतिम संस्कार
संवाद सूत्रघाघरा घाघरा प्रखंड के सरांगो ग्राम निवासी 22 वर्षीय ममता कुमारी की मौत 15 जुला
संवाद सूत्र,घाघरा : घाघरा प्रखंड के सरांगो ग्राम निवासी 22 वर्षीय ममता कुमारी की मौत 15 जुलाई को केरल के कन्नूर जिला स्थित पेराउर थाना क्षेत्र में हो गई थी। ममता की मृत्यु की सूचना मिलने के बाद उसके परिजनों ने 16 जुलाई की सुबह घाघरा थाना में शव को गांव वापस लाए जाने में सहयोग की अर्जी की। थाना प्रभारी के पहल पर ममता का शव केरल से मंगलवार को सरांगों पहुंच गया। ममता का शव केरल से पांच दिन के बाद सरांगों पहुंचा, लेकिन अंतिम संस्कार के लिए सरांगों के ग्रामीणों को ममता के जेल में बंद दो भाईयों का काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। शायद यह पहला मौका होगा जब किसी अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जेल में बंद बंदियों को पुलिस अभिरक्षा में अनुमति मिली है। जानकारी के अनुसार मृतक ममता का भाई लालचंद बड़ाईक और पंचू बड़ाईक एक दुष्कर्म के मामले में 2017 से सजा काट रहे हैं। बहन की मौत की सूचना मिलने के बाद बहन का अंतिम संस्कार करने के लिए न्यायालय से आदेश लिया और पुलिस अभिरक्षा में दोनों भाई सरांगो पहुंचे। दोनों भाइयों ने अपनी बहन का अंतिम संस्कार किया. यहां बता दें कि मृतिका के माता-पिता का पहले ही मौत हो चुका है। घर में एक भाई था जो लंबे समय से बीमार है शव का अंतिम संस्कार करने के लिए कोई पुरुष सदस्य नहीं होने के कारण दोनों भाइयों को गुमला जेल से पुलिस की निगरानी में लाकर अंतिम संस्कार कराया गया। मृतिका के भाई लालचंद उरांव ने बताया कि 25 मार्च को ममता घर से गायब हुई थी। 31 मार्च को थाना में गुमशुदगी का प्राथमिकी दर्ज कराया गया था। जिस युवक के साथ ममता केरल गई थी उस युवक का नंबर पुलिस को दिया गया था। पुलिस ने नंबर ट्रेस भी किया पर आगे की करवाई उस समय के थाना प्रभारी ने नही किया। वे लोग जब दोबारा थाना गए तो तत्कालीन थाना प्रभारी ने उल्टे केश में फंसाने की बात कही। उसके बाद परिवार वाले थाना जाना छोड़ दिए।