जेजेएमपी का भय सता रहा बहुरा व उसके स्वजनों को
संवाद सूत्र गुमला पुलिस सक्रिय नहीं हुई तो जेजेएमपी के प्लाटून कमांडर सुकर उरांव की ह
संवाद सूत्र, गुमला : पुलिस सक्रिय नहीं हुई तो जेजेएमपी के प्लाटून कमांडर सुकर उरांव की हत्या का बदला जल्द ही रविद्र यादव व उसके साथी द्वारा लिया जा सकता है। सुकर की हत्या के बाद हत्यारों ने 25 लाख रुपये, एसएलआर, एके 47, 57 व हजारों कारतूस लूट कर ले गए थे। रुपये व हथियार को वापस लेने के साथ हत्या का बदला लेने के लिए जेजेएमपी के सदस्य जंगल, पहाड़ व गांव की खाक छान रहे हैं। लेकिन दिवाकर उर्फ बहुरा सचिन व अमर उरांव रविद्र यादव के हाथ नहीं लग रहा है। इसी गुस्से में आकर रविद्र यादव गुट ने करीब सप्ताह भर पहले पहले चैनपुर प्रखंड के बामदा पंचायत के कुटवां गांव में बहुरा व सुखनाथ लोहरा के घर जेजेएमपी के सदस्य पहुंचे थे लेकिन जब दोनों नहीं मिले तो उनके घर को ही उजाड़ दिया गया था। इसकी जानकारी बहुरा व सुखनाथ के स्वजनो ने कुरुमगढ़ पुलिस की दी थी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने कुटवां गांव जाने से परहेज करती रही। घटना की जानकारी देने के बाद भी पुलिस सक्रिय नहीं हुई। पुलिस के इस रुख को देखकर गांव वालों का भरोसा पुलिस से उठने लगा है। हालांकि एसपी के संज्ञान में मामला आने के बाद कुरुमगढ़ थाना की पुलिस ने सोमवार को जेजेएमपी के लगभग डेढ़ दर्जन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। थाना प्रभारी रूपेश कुमार के अनुसार जेजेएमपी के रवीन्द्र यादव, फिरोज अंसारी, ब्रजेश यादव, संतोष उरांव, पप्पू लोहरा, अमृत, पवन उरांव सहित छह से सात अज्ञात शामिल हैं।
---
बुद्धेश्वर उरांव के कहने पर बहुरा शामिल हुआ था जेजेएमपी में
माओवादी बुद्धेश्वर उरांव (मृत) के कहने पर ही उग्रवादी संगठन से दिवाकर उर्फ बहुरा सचिन व अमर उरांव तीन वर्ष पहले जेजेएमपी में शामिल हो गए थे। इनसे पहले ही माओवादी संगठन से सुकर उरांव भी जेजेएमपी में शामिल हुआ था। संत्री ड्यूटी में तैनात दिवाकर उर्फ बहुरा सचिन व अमर उरांव ने 30 अक्टूबर को सुकर उरांव की हत्या कर दी थी।