मोबाइल दान कर गरीब बच्चों के पढ़ाई में करें सहयोग : डा. एहतेशाम
संवाद सूत्र गुमला कोरोना काल में लंबे समय तक विद्यालय बंद करना पड़ा तब कापी किताब से बच्चों
संवाद सूत्र, गुमला : कोरोना काल में लंबे समय तक विद्यालय बंद करना पड़ा, तब कापी किताब से बच्चों की दूरियां न बढ़ जाए इसके लिए आनलाइन क्लास की व्यवस्था की गई। लेकिन इसका लाभ शत प्रतिशत बच्चों को नहीं मिल पाया। गरीब बच्चों के लिए स्मार्ट फोन उपलब्ध नहीं होना इसका सबसे बड़ा कारण था। एक सर्वे के अनुसार गुमला में 70 प्रतिशत बच्चों के पास स्मार्ट फोन नहीं है जिस कारण वे आनलाइन क्लास से वंचित रह गए। यह बातें जिले के एसपी डा. एहतेशाम वकारीब ने दैनिक जागरण से में कही। उन्होंने गुमला के व्यापारियों, उद्योगपतियों, समाजसेवियों, शिक्षक, सरकारी कर्मचारियों, अधिकारियों, विभिन्न संगठनों के अधिकारियों से अपील करते हुए कहा उनके घरों में जरुर एक ऐसा मोबाइल पड़ा होगा जिसका उपयोग वे लोग नहीं करते हैं। अगर वह मोबाइल दान कर दें तो उस मोबाइल का उपयोग कर एक छात्र अपना भविष्य बना सकता है। इसलिए गुमलावासियों से उनका आग्रह है कि उन बच्चों के भविष्य का ख्याल करते हुए अपने घर में बेकार पड़े अनुपयोग मोबाइल को दान कर एक बेहतर समाज बनाने में दैनिक जागरण व पुलिस के अभियान को सफल बनाएं। एसपी ने बताया कि मोबाइल दान करने वाले व्यक्ति अपने एमआइ नंबर के साथ अपने मोबाइल जमा करने का रिसीविग स्थानीय थाना के उपकरण बैंक से प्राप्त कर सकते हैं। दान करने वाले व्यक्ति को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आएगी। इसके बाद उक्त मोबाइल को जिस छात्र को दिया जाएगा उस छात्र के अभिभावक से रिसीविग उस तिथि से ली जाएगी। जिससे मोबाइल का गलत इस्तेमाल नहीं हो पाएगा। गरीब बच्चों को मोबाइल उपलब्ध कराकर आनलाइन क्लास से जोड़ने की रचनात्मक सोच के साथ झारखंड पुलिस ने उपकरण बैंक आरंभ किया इसके साथ ही दैनिक जागरण ने भी मोबाइल दान करने के लिए मोबाइल नंबर जारी किए हैं। घर में रखे अनुपयोगी मोबाइल को जमा करा सकते हैं। झारखंड पुलिस के उपकरण बैंक को दैनिक जागरण ने एक मंच देने का काम किया है और अब पुलिस के साथ मिलकर मोबाइल दान अभियान के लिए लोगों को जागरूक कर रहा है।