अधिकारियों को दी गई तकनीकी जानकारी
संवाद सहयोगीगुमला जीयोग्राफिकल इंफोर्मेशन सिस्टम का उपयोग कर वैज्ञानिक तरीके से प्लानिग की जाएगी। इसे लेकर मंगलवार को विकास भवन के सभागार में अधिकारियों व अभियंताओं को दिशा निर्देश दिया गया। बैठक में सहायक परियोजना पदाधिकारी रजनीकांत ने बताया कि सभी प्रखंडों के दो-दो पंचायतों का चयन प्रथम चरण में किया गया है। उन्होंने प्लानिग में वाटर शेड एप्रोच प्राथमिकता होगी। योजनाओं के चयन में राशि की सीमा की बाध्यता नहीं होगी।अधिक से अधिक उपयोगी योजनाओं का चयन करना है। उन्होंने बताया कि योजनाओं के प्लानिग में इसरो द्वारा भुवन वेबसाइट पर उपलब्ध कराए गए विभिन्न थेमेटिक लेयर का उपयोग किया जाएगा। योजनाओं के च।
संवाद सहयोगी,गुमला: जीयोग्राफिकल इंफोर्मेशन सिस्टम का उपयोग कर वैज्ञानिक तरीके से प्लानिग की जाएगी। इसे लेकर मंगलवार को विकास भवन के सभागार में अधिकारियों व अभियंताओं को दिशा निर्देश दिया गया। बैठक में सहायक परियोजना पदाधिकारी रजनीकांत ने बताया कि सभी प्रखंडों के दो-दो पंचायतों का चयन प्रथम चरण में किया गया है। उन्होंने प्लानिग में वाटर शेड एप्रोच प्राथमिकता होगी। योजनाओं के चयन में राशि की सीमा की बाध्यता नहीं होगी।अधिक से अधिक उपयोगी योजनाओं का चयन करना है। उन्होंने बताया कि योजनाओं के प्लानिग में इसरो द्वारा भुवन वेबसाइट पर उपलब्ध कराए गए विभिन्न थेमेटिक लेयर का उपयोग किया जाएगा। योजनाओं के चयन में बेहतर तरीके से तकनीक का उपयोग किया जाना है। उन्होंने कहा कि थेमेटिक लेयर के उपयोग से भूमि की स्थिति की सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त होगी। इससे यह भी पता चलेगा कि लिए जाने वाली योजना उस स्थल पर कितना कारगर हो पाएगा। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के क्षेत्र में यह तकनीक मील का पत्थर साबित होगा। मौके पर प्रोजेक्टर प्रजेंटेशन के माध्यम से भी अधिकारियों को उपयोग व डाटा संग्रहण के बारे विस्तार से जानकारी दी गई। उपस्थित अधिकारियों द्वारा भी इस संबंध में जानकारी ली गई।