कम कोरोना जांच होने से उपायुक्त नाराज, अधिक से अधिक जांच करने का निर्देश
जागरण संवाददाता गुमला स्वास्थ्य विभाग की बैठक उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में
जागरण संवाददाता, गुमला : स्वास्थ्य विभाग की बैठक उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में आईटीडीए भवन स्थित उपायुक्त के कार्यालय कक्ष में बुधवार को हुई। बैठक में उपायुक्त ने कोरोना संक्रमण के तीसरे लहर से बचाव, नियंत्रण एवं रोकथाम के मद्देनजर जेएसएलपीएस की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने किन-किन प्रखंडों में कौन-कौन से एनजीओ कार्यरत हैं इसकी मैपिग करने का निर्देश जेएसएलपीएस को दिया। उपायुक्त ने सभी स्वयं सेवी संगठनों को अगले एक सप्ताह के अंदर अपने-अपने संबंधित प्रखंड क्षेत्रांतर्गत आने वाले प्रवासी श्रमिकों आदि को चिन्हित करते हुए कार्य करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने प्रत्येक गैर सरकारी संगठनों के कार्य करने हेतु लिए प्रखंडों को चिन्हित कर आवंटित करने का भी निर्देश दिया।
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अर्बन बीपीएम का वेतन स्थगित करने का निर्देश
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि जिले में ट्रूनेट के माध्यम से जांच करने हेतु केवल 513 किट ही उपलब्ध हैं। इसपर उपायुक्त ने एसीएस के साथ पत्राचार कर किटों की मांग रखने का निर्देश दिया।जिले में कुल 231 रैट किट उफलब्ध हैं। इसपर उपायुक्त ने ट्रूनेट के काम नहीं करने पर सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को प्रतिदिन कम से कम 100 रैट किटों का उपयोग कर जांच सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया।
भरनो, पालकोट एवं रायडीह प्रखंडों में ट्रूनेट एवं रैट किट के माध्यम से बेहद कम कोरोना जांच किए जाने पर उपायुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया। वहीं सदर प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्र के बीपीएम तथा शहरी क्षेत्र के बीपीएम द्वारा कोविड जांच के संबंध में शिथिलता बरते जाने तथा टेस्टिग एवं टीकाकरण शून्य पाए जाने पर उपायुक्त ने सदर बीपीएम आनंद एवं अर्बन बीपीएम सुब्रोतो से स्पष्टीकरण पूछने तथा अर्बन बीपीएम सुब्रतो के कार्य असंतोषजनक पाए जाने पर उनका वेतन स्थगित करने का भी निर्देश दिया।
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