सांस्कृतिक कार्यक्रम बंद होने से कलाकार बदहाल
संवाद सूत्रगुमला कोरोना संक्रमण का असर कलाकारों पर भी पड़ा। जब से कोरोना संक्रमण का
संवाद सूत्र,गुमला : कोरोना संक्रमण का असर कलाकारों पर भी पड़ा। जब से कोरोना संक्रमण का प्रसार आया तब से सांस्कृतिक कार्यक्रम पर रोक लग गई। गांव-गांव में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पारंपरिक गीत संगीत, राग-रागिनी, नृत्य कला का संवर्धन होता था कलाकारों को पैसे भी मिलते थे। कोरोना संक्रमण के कारण सांस्कृतिक कार्यक्रम बंद होने से कई कलाकारों की तो आर्थिक स्थिति खराब हो गई। गीत संगीत के अभ्यास पर भी प्रभाव पड़ा है। ऐसे में एक ऐसा भी शख्स हैं जिन्होंने लाकडाउन को अवसर के रूप में बदलने का काम किया और अपने सीमित टीम के साथ अपनी क्षेत्रीय कला, संस्कृति, गीत संगीत व भाषा के संरक्षण कस संकल्प के साथ गुमला के प्राकृतिक सौंदर्य और अध्यात्मिक संगम प्रसिद्ध बाबा टांगीनाथ धाम पवित्र सावन माह से पूर्व बाबा भोलेनाथ की नागपुरी आराधना की। हम बात कर रहे हैं कोयल विहार के गायक महावीर साहु की। उन्होंने बाबा टांगीनाथ धाम के आध्यात्मिक विशेषता और प्राकृतिक सौंदर्य का बखान नागपुरी गीत संगीत के माध्यम से की। सावन से पहले बाबा टांगीनाथ धाम पर महावीर साहु के निर्देशन पर किया गया फिल्मांकन गीत संगीत को यू ट्यूब और इंटरनेट मीडिया पर लोग खूब पसंद कर रहे हैं। क्या कहते हैं गायक
सावन आने वाला है। सावन में भोलेनाथ की विशेष पूजा होती है। गुमला में बाबा टांगीनाथ धाम शिव का प्राचीन तप स्थल है। बाबा टांगीनाथ धाम पर एलबम बनाने का पहला मकसद कोरोना के बाद गीत संगीत की छूट रहे अभ्यास की निरंतरता बनाए रखना, भाषा संस्कृति का संरक्षण और गुमला के प्रसिद्ध स्थल बाबा टांगीनाथ धाम का प्रचार प्रसार करना है।
महावीर साहु
गायक कोयल विहार