गुमला के मलेरिया प्रभावित गांवों में बंटेगा 62697 मच्छरदानी
संवाद सूत्र गुमला गुमला जिला मलेरिया जोन है। इस जिला के लगभग 261 गांवों को मलेरिया प्रभावित गा संवाद सूत्र गुमला गुमला जिला मलेरिया जोन है। इस जिला के लगभग 261 गांवों को मलेरिया प्रभावित गा संवाद सूत्र गुमला गुमला जिला मलेरिया जोन है। इस जिला के लगभग 261 गांवों को मलेरिया प्रभावित गा संवाद सूत्र गुमला गुमला जिला मलेरिया जोन है। इस जिला के लगभग 261 गांवों को मलेरिया प्रभावित।
संवाद सूत्र, गुमला : गुमला जिला मलेरिया जोन है। इस जिला के लगभग 261 गांवों को मलेरिया प्रभावित गांव के रूप में चिह्नित किया गया है। मलेरिया नियंत्रण एवं उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए इन गांवों में समय-समय पर मलेरिया रोधी कार्यक्रम संचालित होते रहते हैं।
दवायुक्त मच्छरदानी का प्रखंड वार हुआ आवंटन
वर्ष 2020 में मलेरिया नियंत्रण एवं उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रथम चरण में 62697 दवा युक्त मच्छरदानी का खेप आया है। जिनमें से मच्छरदानी का वितरण प्रखंड वार किया गया है। गुमला प्रखंड को 1421, रायडीह को 10050, चैनपुर को 720, डुमरी को 8850, बिशुनपुर को 9800, घाघरा को 1150, भरनो को 5000, सिसई को 4550, कामडारा को 8706, बसिया को 1900 और पालकोट प्रखंड को 10550 मच्छरदानी आवंटित किया गया है। स्वास्थ्य उप केन्द्र में उपलब्ध लाभुकों की सूची के आधार पर नर्स द्वारा वितरण किया जाएगा।
किन गांवों में होगा वितरण
जिन गांवों में मच्छरदानी का वितरण होना है उनमें गुमला प्रखंड के जोरी, रायडीह प्रखंड के हेसाग, लसड़ा, पोगरा, रायडीह, रमजा, सलकाया, सन्याकोना, सिलम, सुरसांग, चैनपुर प्रखंड के चैनपुर और रातू गम्हरिया, डुमरी के बंदुआ, बुमतेल, डुमरी पीएचसी, जैरागी, जुरमू, कांदापाट, लुचूतपाट, मझगांव, बिशुनपुर प्रखंड के लापू, बनारी, बेती, बिशुनपुर, चंपाटोली, जोरी, मंजीरा, नेतरहाट, घाघरा के सलगी, भरनो के भरनो और डुड़िया, सिसई खास, कामडारा के हाफू, कामडारा पीएचसी, कुलबुरु, पाकरा, रामतोल्या, सालेगुटू, बसिया के गंगड़ा और पालकोट प्रखंड के बंगरु, बिलिगबिरा, गोनमेर, कोलेंग, मरदा, पालकोट पीएचसी, पोजेंगा और सोलगा के नाम शामिल हैं।
कोट
उपलब्ध करायी गयी मच्छरदानी उन्हीं लाभूकों को देना है जिन्हें वर्ष 2016 में मिला है। जिन लोगों को मच्छरदानी मिला है उनकी सूची संबंधित स्वास्थ्य उपकेंद्र में होगा। यहां से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर मच्छरदानी आवंटित किया गया है। वहां से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मलेरिया प्रभावित चिह्नित गांवों के लिए उस क्षेत्र के एएनएम के माध्यम से वितरण सुनिश्चित करेंगे।
डॉ.शिव कुमार, जिला आरसीएच पदाधिकारी, गुमला।