जांच टीम पर ही ग्रामीणों खड़े किए सवाल
जिला पंचायती राज पदाधिकारी जेसी विनीता केरकेट्टा कार्यपालक दंडाधिकारी एजाज अहमद और बसंतराय प्रखंड के प्रभारी बीडीओ राजू कमल ने बुधवार को डेरमा पंचायत सचिवालय पहुंचकर मुखिया पर लगे आरोपों की जांच की।
संवाद सहयोगी, बसंतराय : जिला पंचायती राज पदाधिकारी जेसी विनीता केरकेट्टा, कार्यपालक दंडाधिकारी एजाज अहमद और बसंतराय प्रखंड के प्रभारी बीडीओ राजू कमल ने बुधवार को डेरमा पंचायत सचिवालय पहुंचकर मुखिया पर लगे आरोपों की जांच की। यहां मुखिया नीलम देवी, पंचायत समिति सदस्य चंदा देवी, उपमुखिया अभय कुमार मिश्र सहित सभी वार्ड पार्षदों से पूछताछ की गई। बता दें मुखिया पर आरोप है कि उन्होंने योजना कार्य सहित आवास दिलाने के नाम पर मोटी रकम की ठगी की है। लेकिन जांच को लेकर पहुंची जिला पंचायती राज पदाधिकारी केरकेट्टा कुछ भी स्पष्ट नहीं कर पायी। और न ही टीम की जांच का फलाफल ही सामने लाया।
कार्रवाई नहीं होते देख ग्रामीणों ने जांच टीम पर ही सवाल खड़े कर दिये है। ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारियों को पंचायत के विकास कार्यों की गहनता से समीक्षा करनी थी। लेकिन जांच टीम केवल 15 वें वित्त आयोग के तहत खुलने वाले खाते पर ही जोर दे रही थी। ग्रामीणों की ओर से अधिकारियों के समक्ष मुखिया पर कई गंभीर आरोप लगाए गए। ग्रामीणों ने कहा पूर्व में भी इस तरह की जांच हुई है। लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला है। हर बार महज जांच के नाम पर खानापूर्ति की जाती है।
जांच टीम के समक्ष कई ग्रामीणों ने आवास और आंगनबाड़ी सेविका बहाली में अनियमितता की बात कही। पूर्व में भी यहां मुखिया के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव रखा गया था। बता दें कि बीते दिनों समीक्षा के दौरान उपायुक्त भोर सिंह यादव और उप विकास आयुक्त अंजली यादव ने डेरमा पंचायत की वस्तुस्थिति पर चिता जताई थी। इसके बाद जिला प्रशासन की ओर से वहां जांच टीम भेजी गई। बसंतराय प्रखंड की डेरमा पंचायत
विकास के मामले में काफी पिछड़ी हुई है। पंचायती चुनाव के दूसरे सत्र का समापन अब महज कुछ ही दिनों में होना है। ऐसे में पांच साल पूरा होने के बावजूद डेरमा पंचायत विकास के मामले में पीछे है।