पुनर्वास की मांग पर रैयतों ने रोका डोजरिग कार्य
ललमटिया मूलभूत सुविधाओं एवं पुनर्वास की मांग को लेकर हिजुकिता के ग्रामीणों ने शनिवार को
ललमटिया : मूलभूत सुविधाओं एवं पुनर्वास की मांग को लेकर हिजुकिता के ग्रामीणों ने शनिवार को ईसीएल की ओर से कराए जा रहे डोजरिग कार्य को रोक दिया। हिजुकिता गांव के पुनर्वास की मांग पर स्थानीय रैयतों ने कहा कि हिजुकिता मौजा में बसडीहा गांव के विस्थापितों को बसाने की कवायद चल रही है लेकिन पहले हिजुकिता के ग्रामीणों के पुनर्वास को लेकर प्रबंधन उदासीन है।
आक्रोशित रैयतों ने कार्य स्थल पर एक घंटे तक डोजर मशीन को रोक दिया। कार्यस्थल पर पहुंचे अधिकारी आइएन झा को रोक कर ग्रामीणों ने अपनी समस्या से उन्हें अवगत कराया। ग्रामीणों ने बताया कि 30 वर्ष पूर्व हिजुकिता गांव का जमीन अधिग्रहण किया गया है। ग्रामीणों के विस्थापन को लेकर बलिया, कुर्मीकिता मौजा में पुनर्वास के लिए भूखंड आवंटित कर दिया गया था, लेकिन प्रबंधन की उदासीनता के कारण ग्रामीणों को अब तक विस्थापित नहीं किया गया है, जिससे ग्रामीण नारकीय जीवन जीने को विवश हैं।
गांव के सामने ओबी का पहाड़ बना हुआ है। ग्रामीणों को पेयजल के लिए काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। साथ ही तालाब एवं खेल का मैदान भी नहीं है । ग्रामीणों ने सारी मूलभूत सुविधाओं की मांग करते हुए हिजुकिता गांव को पुनर्वास करने की मांग की और कहा कि जब तक ग्रामीणों के साथ वार्ता कर आगे की कार्रवाई नहीं की जाती है तब तक कार्यस्थल पर किसी का प्रकार का निर्माण नहीं करने दिया जाएगा। ईसीएल अधिकारियों के समझाने बुझाने का असर रैयतों पर नहीं पड़ा। रैयत अपनी मांग पर अड़े रहे। बाद में डोजर मशीन को वापस भेज दिया गया।