पुलिस व पब्लिक समन्वय से अपराध पर लगेगी लगाम
महागामा पुलिस और पब्लिक के बीच समन्वय से ही अपराध नियंत्रित रहता है। पुलिस की भूमिका जनता
महागामा : पुलिस और पब्लिक के बीच समन्वय से ही अपराध नियंत्रित रहता है। पुलिस की भूमिका जनता की सुरक्षा और उनमें विश्वास जगाने के लिए ही अहम है। पुलिस अगर जनता की बातों को सुनेगी और उनकी समस्याओं को दूर करने की दिशा में कार्रवाई करेगी तो जनता का विश्वास पुलिस के प्रति विकसित होगा। उक्त बातें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी केके सिंह ने महागामा में मासिक अपराध गोष्ठी में कही।
उन्होंने कहा कि महागामा अनुमंडल में कोयला, बालू, शराब, लकड़ी और खनिजों की तस्करी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर शिकायत मिलेगी तो संबंधित थानेदार के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी। इस कारण इस दिशा में सभी पुलिस पदाधिकारियों को संवेदनशीलता और गंभीरता से कार्रवाई करनी होगी। एसडीपीओ कार्यालय में मंगलवार को क्राइम मीटिग में महागामा, बोआरीजोर, ठाकुरगंगटी, हनवारा, मेहरमा, ललमटिया के थाना प्रभारी व संबंधित अंचल पुलिस निरीक्षक उपस्थित हुए। बैठक में पूर्व के लंबित कांडों के निष्पादन पर जोर दिया गया है। वहीं पुराने और फरार वारंटियों की गिरफ्तारी के लिए थाना वार विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। बैठक में अपराध नियंत्रण के सभी मानकों पर बिन्दुवार चर्चा की गई। एसडीपीओ ने कहा कि अवैध कोयला बालू एवं गिट्टी पर रोक का निर्देश एवं पुलिस को पब्लिक के साथ समन्वय स्थापित करने को निर्देशित किया गया। वहीं कोविड -19 महामारी को लेकर विशेष बातों पर चर्चा की गई। इसमें कहा गया कि शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सभी को मास्क लगवाना अनिवार्य है। कहा कि क्षेत्र में कहीं भी किसी भी तरह की अशांति कायम न होने दें। एसडीपीओ सिंह ने कहा कि पुलिस की गश्ती टीम को हमेशा क्षेत्र में सक्रिय रहना है। वहीं फरार वारंटियों की गिरफ्तारी करने, अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करने सहित कई दिशा-निर्देश भी दिए गए। मौके पर महागामा थाना प्रभारी कृष्ण कुमार, ललमटिया के ललित पांडेय, महागामा इंस्पेक्टर बाबूराम भगत, मेहरमा इंस्पेक्टर आरके तिवारी, ललमटिया इंस्पेक्टर कमलेश प्रसाद आदि थे ।