वंशावली रद्द करने को लेकर ग्रामीणों ने बनाया बीडीओ को बंधक
संवाद सहयोगी बोआरीजोर ईसीएल की राजमहल परियोजना को जमीन नहीं देने और अंचल की ओर से
संवाद सहयोगी, बोआरीजोर : ईसीएल की राजमहल परियोजना को जमीन नहीं देने और अंचल की ओर से निर्गत वंशावली को फर्जी बताते हुए उसे निरस्त की मांग पर अड़े तालझारी, भेरंडा, पहाड़पुर, हरख्खा मौजा के सैकड़ों ग्रामीणों ने मंगलवार को बोआरीजोर अंचल कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान नाराज ग्रामीण अंचलाधिकारी सुनील कुमार की गैर मौजूदगी में प्रखंड विकास पदाधिकारी धीरज प्रकाश को उनके कार्यालय कक्ष में करीब पांच घंटे तक बंधक बनाकर उसकी फजीहत की। ग्रामीणों ने बीडीओ से पूरे मामले पर घंटों वार्ता की।
मौके पर ग्रामीण रवि हेम्ब्रम ने बताया कि पेसा कानून के मुताबिक अनुसूचित क्षेत्र में जब बिना ग्रामसभा की अनुमति के भूमि अधिग्रहण संभव नहीं है। जमीन अधिग्रहण के बाद ग्रामीणों को विस्थापन का दर्द सहना पड़ता है। कहा कि तत्कालीन अंचलाधिकारी की ओर से नियोजन के नाम पर वंशावली बनाया गया। जबकि इसका उपयोग ईसीएल को जमीन देने के लिए किया गया है। ग्रामीणों ने सभी जमाबंदी रैयत के नाम निर्गत वंशावली को अविलंब निरस्त करने की मांग की है। इस पर ग्रामीणों ने पांच सूत्री मांग पत्र भी बीडीओ को सौंपा। इसमें बोआरीजोर अंचल के तालझारी,पहाड़पुर,भेरंडा, हर्रख्खा मौजा में वंशावली ग्राम सभा के बिना नहीं बनाने, तालझारी मौजा के लिए निर्गत 36 वंशावली को रद करने सहित भेरंडा व पहाड़पुर मौजा में नियोजन के लिए वंशावली बनाने पर अंचल कार्यालय से ग्राम सभा नहीं करने का कारण पूछा गया है।
सनद हो कि इससे पूर्व भी तालझारी व भेरंडा के ग्रामीण ग्रामसभा आयोजित कर राजमहल कोल परियोजना की जमीन नहीं देने को लेकर अपना विरोध दर्ज करा चुके हैं। ग्रामीणों के साथ बोरियो के पूर्व विधायक ताला मरांडी ने पूरे घटनाक्रम को लेकर बीडीओ से वार्ता की। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में उक्त गांवों के रैयत मौजूद थे।