चयनित सेविका व सहायिकाओं को योगदान नहीं कराया, निकाल दी नई बहाली
जागरण संवाददाता गोड्डा 2019 में सेविका व सहायिक पद पर चयन होने के बाद करीब दो वर्ष तक
जागरण संवाददाता, गोड्डा : 2019 में सेविका व सहायिक पद पर चयन होने के बाद करीब दो वर्ष तक योगदान नहीं कराने और पुन: नई बहाली निकालने के विरोध में चयनित सेविका व सहायिकाओं ने मंगलवार को शहीद स्तंभ परिसर में लगातार दूसरे दिन भी धरना दिया। इस बारे में बताया कि 2019 में आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका का चयन किया गया था। 13 अगस्त 2019 को बाल विकास परियोजना बोआरीजोर के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में सेविका व सहायिका का चयन आम सभा के माध्यम से किया गया था। चयनित लाभुकों के अनुमोदन के लिए प्रखंड से प्रस्ताव भी भेजा गया था। आम सभा में चयन समिति द्वारा चयनित सेविका व सहायिका को योगदान कराने को कहा गया था। लेकिन किसी को योगदान नहीं दिलाया गया। दो वर्ष बाद अचानक उन पदों को रिक्त बताकर पुन: बहाली निकाली गई है। इस संबंध में 24 फरवरी 2021 को बोआरीजोर बीडीओ को आवेदन दिया है, जिसमें बताया गया है कि 2019 में चयनित सेविका और सहायिका की बहाली को मान्यता दी जाए। 2021 में निकाली गई आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका की नई बहाली को अविलंब रद किया जाए। 2019 में चयनित 23 सेविका सहायिका में से एक मात्र लोहंडिया बाजार केंद्र पर ही चयनित सेविका सहायिका को योगदान दिलाया गया। इनका योगदान किस आधार पर हुआ इसकी जानकारी नहीं दी गई। इधर चयनित सेविका व सहायिका को सूचना दिए बिना दोबारा ग्राम सभा का आदेश दिया गया है। पूर्व से चयनित आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं ने मामले की जांच की मांग की है। धरना देने वाली में मेरी सुषमा मुर्मू, ज्योति हांसदा, बसंती मरांडी, सुषमा किस्कू, सुहागिनी मुर्मू, मुन्नी मुर्मू, तालामयी किस्कू, होपनमय हेम्ब्रम, सलोनी हेम्ब्रम, पूनम सोरेन, रोजमेरी मरांडी, प्रमिला हेम्ब्रम, अनिता टुडू, बबली देवी, गुड़िया कुमारी, मैसी पहाड़िन, लीली सोरेन, प्रभा देवी, शीला कुमार आदि महिलाएं शामिल थीं।