प्रवासी मजदूरों को रोजगार के साथ अनाज का संकट
गोड्डा बीते मई माह के दौरान गोड्डा सदर प्रखंड की घाट बंका पंचायत में दर्जनों प्रवासी मज
गोड्डा : बीते मई माह के दौरान गोड्डा सदर प्रखंड की घाट बंका पंचायत में दर्जनों प्रवासी मजदूर अलग अलग राज्यों से अपने घर आए लेकिन उन्हें इस दौरान न तो रोजगार मिल पाया और ना ही गुजर बसर के लिए अनुदानिक दर पर अनाज ही। कोई सरकारी लाभ नहीं मिलने से मजदूरों में काफी आक्रोश है। अधिकांश मजदूर गुजरात, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से लौटे हैं। जिला प्रशासन की ओर से इन्हें मेडिकल जांच के बाद होम क्वारंटाइन कर दिया गया था। इसके बाद महीनों बीत गए, किसी अधिकारियों ने इन प्रवासी मजदूरों की सुध नहीं ली। घर आए तीन माह से अधिक समय हो चले हैं, ऐसे में इन मजदूरों के समक्ष अब अपने परिजनों का भरण पोषण सहित अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए आर्थिक संकट आड़े आ रहा है। घर में खाने के लिए अनाज नहीं है। गांव में कोई रोजगार भी नहीं मिल रहा है। खेती बारी का काम भी अब समाप्त हो चुका हैं। ऐसे में मजदूर फिर से पलायन के लिए राह तक रहे हैं।
घाट बंका निवासी साबुद्दीन अंसारी पिता गयासुद्दीन अंसारी उत्तर प्रदेश से बीते 20 मई को घर आए। वहीं इसी गांव के युसूफ मियां पिता नूर मोहम्मद अंसारी भी उत्तर प्रदेश से बीते 4 मई को ही घर लौटे हैं। सरौनी गांव के मोहम्मद इसराइल अंसारी पिता आसिफ अंसारी, इस्माइल अंसारी पिता युसूफ अंसारी, शमशेर अंसारी पिता रजाउल अंसारी, मिथुन कुमार मिर्धा पिता सुनील मिर्धा आदि भी क्रमश उत्तर प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से बीते मई को अलग अलग तिथियों में घर आए हैं।
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जिले में जितने भी प्रवासी मजदूर आए हैं, सबों का डाटाबेस तैयार किया गया है। खाद्य आपूर्ति विभाग से उन्हें अनाज दिया जा रहा था। इसके अलावा रोजगार के लिए आवेदन देने पर उन्हें मनरेगा में जॉबाकार्ड बनाकर काम दिया जाएगा। इसके लिए बीडीओ के पास अनाज और रोजगार के लिए आवेदन देने की जरूरत है।
- नरेंद्र कुमार, श्रम अधीक्षक, गोड्डा।