डाकघर घोटाला व आत्महत्या मामले की एसआईटी जांच शुरू
बीते 31 अगस्त को शहर के गंगटा मुहल्ला में डाककर्मी दिनेश राय ने की थी अ
जागरण फॉलोअप
- बीते 31 अगस्त को शहर के गंगटा मुहल्ला में डाककर्मी दिनेश राय ने की थी आत्महत्या
संस, गोड्डा : जिला में महागामा व मुफस्सिल थाना के दो अलग अलग डाकघर में हुए करोड़ों के घोटाला व नगर थाना के डाककर्मी दिनेश राय खुदकुशी मामले की एसआईटी जांच शुरू कर दी गई है। एसपी वाईएस रमेश ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सदर एसडीपीओ आनंद मोहन सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया जहां डाकघर से संबंधित घोटाला में हुए प्राथमिकी व सुसाइड भी जांच होगी। गठित टीम में एसडीपीओ के अलावा पुलिस निरीक्षक मुकेश कुमार पांडेय, पुलिस अवर निरीक्षक दिनेश कुमार व मिथुन स्वर्णकार शामिल है। इधर एसआईटी गठित होने के बाद इसकी जांच शुरू कर दी गई है। जहां शुक्रवार को एसआईटी ने मुख्य डाकघर गोड्डा में कर्मी का बयान लिया है इसके साथ ही महागामा डाकघर घोटाला को लेकर भी डाकघर का निरीक्षण किया है घोटाला से संबंधित कागजात को देखा है। पुलिस ने सभी मामलों को गंभीरता से लिया है, जिसकी गहराई से जांच की जा रही है।
सूत्र की मानें तो महागामा डाकघर व दिनेश राय सुसाइड मामले के तार जुड़े हो सकते हैं। वहीं मृतक के परिजन ने डाक निरीक्षक पंकज कुमार पंकज पर दिनेश राय को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। एसआईटी कई पहलू की जांच कर रही है। वही दूसरी ओर मुफस्सिल थाना के सरौनी डाकघर में गबन को लेकर दो प्राथमिकी दर्ज है जहां लगभग बीस करोड़ का घोटाला हुआ है इस मामले में एक ही व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है बताया जाता है इस घोटाला के तार भी लंबे है जहां जांच की गई तो और भी सामने आ सकते है। बहरहाल लोगों की एसआईटी जांच पर टिकी हुई है इसमें किस तरह के मामले सामने आते है यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा।
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अगस्त माह में दो दर्जन मोटरसाइकिल की चोरी
संवाद सहयोगी, गोड्डा: सदर अनुमंडल क्षेत्र में मोटरसाइकिल चोर पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है, जहां लगातार मोटरसाइकिल चोरी की घटना हो रही है लेकिन अबतक तक मोटरसाइकिल चोर कि गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है। जानकारी के मुताबिक अगस्त माह में सदर अनुमंडल के विभिन्न थानों में लगभग दो दर्जन से अधिक मोटरसाइकिल की चोरी हो चुकी है। इतनी मोटरसाइकिल पूरे साल में अबतक नहीं हुई थी। इनमें से लगभग मामले में पुलिस के हाथ खाली है। वहीं दूसरी ओर यह बात भी कही जा रही है कि चोरी का मोटरसाइकिल दूसरा जिला जा रहा है व चोरी का कोयला ढृुलाई में खप रहा है जिसकी जांच नहीं होती है। कोयला चोरी में लगे मोटरसाइकिल को पुलिस ने पहले ही छूट दे रखी है जिसकी कोई जांच ही नहीं होती है। ऐसे वाहन में कोई कागजात तक नहीं होते लेकिन सूत्र की मानें तो अवैध उगाही के कारण थाना की पुलिस कोयला चोरी में लगे वाहन की जांच ही नहीं करती है बल्कि इसके पास होने का इंतजार किया जाता है। दूसरी ओर बढ़ते मोटरसाइकिल चोरी से लोग भी नाराज है कई मौके पर लोगों की लापरवाही के कारण भी घटना हो रही है।