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जनता ने नए चेहरे को दिया प्रतिनिधित्व का मौका

जनता ने नये चेहरे को दिया प्रतिनिधित्व का मौका

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 05:57 PM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 05:57 PM (IST)
जनता ने नए चेहरे को दिया प्रतिनिधित्व का मौका
जनता ने नए चेहरे को दिया प्रतिनिधित्व का मौका

जनता ने नए चेहरे को दिया प्रतिनिधित्व का मौका

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संवाद सहयोगी, पोड़ैयाहाट (गोड्डा): पोड़ैयाहाट प्रखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का परिणाम आ गया है। यहां एक दो को छोड़ सभी निवर्तमान मुखिया चुनाव हार गए हैं। यह जनप्रतिनिधियों के लिए सबक है कि पंचायत में कार्य के प्रति समर्पण जरूरी है नहीं तो पांच साल के बाद जनता उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देगी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव परिणाम में मतदाताओं ने ज्यादातर नए चेहरे पर विश्वास जताते हुए पंचायत का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया है। पोड़ैयाहाट प्रखंड में कुल 31 पंचायतों में 25 पंचायत में नए मुखिया को मतदाताओं ने जिताया है। पहली बार नवनिर्वाचित मुखिया प्रत्याशियों में सोनडीहा की रेखा देवी, बक्सरा की प्रतिमा देवी, डांड़ै की सपना, पसई के नवल किशोर पंडित, बिरनिया के अनीता देवी, रतनपुर से गुडी देवी, नवडीहा से राम भजन साह, लीलादह से विकेश कुमार, बरगच्छा हरियारी से मुनि हांसदा, द्रुपद से छेदी कुमार राउत, देवडांड़ से पुष्पा देवी, चतरा से दासो देवी, सिदबांक से कमल फूल हांसदा, बाघमारा से झुनू देवी, धेनुकट्टा से सोनामुनी सोरेन, असाड़ी माधुरी से सुनील रजक, पिंड्राहाट से पूजा देवी, सकरी फुलवार से सुनील हांसदा, खरकचिया से कमालुद्दीन अंसारी, तरखुटा से मीना देवी, अमवार संथाली से होपनमय किस्कू, ठाकुर नहान से सूरज मुनि हांसदा, सलैया से सुनील हेंब्रम, बांझी से मुकेश मुर्मू, कस्तूरी से मंजू हांसदा मुखिया पद से चुनाव जीती हैं। नए मुखिया को अब मतदाताओं की कसौटी पर खरा उतरना है।

नए चेहरों में से कुछ में तो आरक्षण के कारण खुद की जगह पर पत्नी या मां को चुनाव जीता कर पंचायत में अपने दबदबा कायम रखा है। बक्सरा पंचायत में लगातार दो बार से मुखिया रहे हेमंत कुमार इस बार महिला आरक्षण के कारण अपनी मां प्रतिमा देवी को मुखिया पद पर खड़ा करना पड़ा और वहां से उन्होंने नए प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की। लाठीबाड़ी पंचायत में इसके पूर्व सीमोन मरांडी मुखिया थे इस बार महिला आरक्षित होने के कारण उनकी पत्नी रोजमेरी मुर्मू खड़ी हुई थीं और उन्होंने जीत दर्ज की। यही हाल सिदबांक पंचायत की भी है। इसके पहले वहां पटवारी सोरेन मुखिया थे। इस बार महिला आरक्षित होने के कारण उनकी पत्नी कमल फूल हांसदा ने चुनाव जीता। सकरी फुलवार पंचायत में पहले सुनील हांसदा की पत्नी मुखिया थी, लेकिन इस बार जनरल सीट होने के कारण उन्होंने खुद चुनाव लड़कर चुनाव में जीत दर्ज की।

लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने वाली एकमात्र मुखिया दरोथी सोरेन पर फिर से पंचायत के लोगों ने अपना विश्वास जताया है। वहीं लगातार दो बार से मुखिया पद पर जीत दर्ज करने वालों में पोड़ैयाहाट से अनुपम कुमार, अकाशी से रिंकू देवी का नाम शामिल हैं जिस पर पंचायत के लोगों ने दोबारा भरोसा किया है।


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