दीदी बाड़ी योजना में गोड्डा को बढ़त
जागरण संवाददाता गोड्डा दीदी बाड़ी योजना में राज्य स्तर पर गोड्डा जिला प्रथम तीन जिलों में
जागरण संवाददाता, गोड्डा : दीदी बाड़ी योजना में राज्य स्तर पर गोड्डा जिला प्रथम तीन जिलों में शुमार हो गया है। मनरेगा के तहत छोटे किसानों के लिए राज्य सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना दीदी बाड़ी में गोड्डा जिले ने राज्य स्तर पर प्रथम तीन जिलों में अपना स्थान सुनिश्चित करने में सफलता पाई है। मनरेगा सेल की ओर से जारी आंकड़ों में प्रथम स्थान पर पाकुड़, दूसरे स्थान पर सिमडेगा और तीसरे स्थान पर गोड्डा जिला है। यहां दीदी बाड़ी के लिए 21000 इकाइयों पर योजना शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक 11000 महिला लाभुकों की जमीन पर दीदी बाड़ी योजना शुरू कर दी है।
जिले में सबसे अधिक बोआरीजोर प्रखंड में योजना सफल देखी जा रही है। यहां करीब डेढ़ हजार से यूनिट पर महिलाओं ने बागवानी की इस योजना में हरी सब्जियों की खेती शुरू कर दी है। योजना के शुरू होने के 40 दिन बाद अब लाभुकों को उपज भी मिलने लगा है।
कुपोषण को दूर भगाएगी दीदी बाड़ी : झारखंड में महिलाओं की कुपोषण दर 49 फीसद से अधिक है। यहां की हर दूसरी महिला कुपोषित होती हैं। सरकार ने महिला कुपोषण को दूर भगाने के लिए दीदी बाड़ी योजना चलाई है। गोड्डा जिले में चालू वित्तीय वर्ष में 21000 महिला लाभुकों को दीदी बाड़ी योजना का लाभ दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें यहां 20000 महिला लाभुकों को उक्त योजना से आच्छादित करने के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। 11 हजार यूनिट पर काम शुरू हो गया है। जेएसएलपीएस की ओर से इस कार्य में बड़े पैमाने पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जोड़ा गया है। इस योजना के तहत चार कैटेगरी में सब्जी व पौष्टिक फलों के उत्पादन के लिए सरकार आर्थिक व तकनीकी सहयोग कर रही है। योजना के प्रावधान और जमीन पर शुरू किए गए काम में प्रदान संस्था की ओर से जिला प्रशासन को सहयोग किया जा रहा है। बोआरीजोर प्रखंड के उपरबंधा गांव की लाभुक पुष्पा सोरेन ने बताया कि अक्टूबर माह में उन्होंने योजना शुरू की थी, अब उनकी बाड़ी में सब्जियां उग आई है। इसका उपयोग किया जा रहा है। अधिक पैदावार होने पर उसे बाजार में भी बेचूंगी। दीदी बाड़ी योजना में अन्य जिलों को प्रदर्शन : राज्य मनरेगा विग की ओर से जारी दैनिक जिला सूचकांक में बीते 23 नवंबर को पाकुड़ जिला प्रथम स्थान पर रहा। दूसरे स्थान पर सिमडेगा और तीसरे स्थान पर गोड्डा जिला है। इसी क्रम में चतरा, रांची, गढ़वा, गिरिडीह, जामताड़ा, पूर्व सिंहभूम, गुमला, साहिबगंज, लोहरदगा, धनबाद, कोडरमा, रामगढ़, पश्चिम सिंहभूम, देवघर, बोकारो, दुमका, हजारीबाग, खूंटी, सरायकेला-खरसावां और अंतिम पायदान में लातेहार जिला है।
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लक्ष्य के अनुसार दीदी बाड़ी के तहत स्वीकृत सभी योजनाओं में व्यापक जन भागीदारी देखी जा रही है। यह योजना धरातल पर कमजोर वर्ग के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। जिले में इसकी शुरूआत अक्टूबर के मध्य से की गई थी। करीब 40 दिनों में ही इसका फलाफल कई यूनिट में देखने को मिल गई है। सभी बीडीओ और पंचायत स्तर के पर्यवेक्षकों को लक्ष्य के अनुसार शेष योजनाओं को स्वीकृत कर दो दिनों के अंदर एमआर निकाल कर काम शुरू करने का निर्देश दिया गया।
- अंजली यादव, डीडीसी, गोड्डा।