स्थाई लोक अदालत में सुनवाई नहीं होने से बढ़ी परेशानी
संस गोड्डा जिले वासियों के विभिन्न प्रकार के सुलहनीय मामले का निश्शुल्क एवं त्वरित निष्पाद
संस, गोड्डा : जिले वासियों के विभिन्न प्रकार के सुलहनीय मामले का निश्शुल्क एवं त्वरित निष्पादन को लेकर व्यवहार न्यायालय परिसर में गठित स्थाई लोक अदालत की सुनवाई पूरी तरह ठप है। ऐसे में आम लोगों को छोटी-छोटी मामले के निष्पादन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले साल कोरोना काल से ही स्थाई लोक अदालत की सुनवाई नहीं हो रही है। इसी दरम्यान अध्यक्ष हिमांशु शेखर झा का अगस्त में ही कार्यकाल पूरा हो गया। जबकि दो सदस्यों में वर्षा घोष 31 दिसंबर 2019 को एवं संदीप कुमार दुबे का कार्यकाल सितंबर 2020 में पूरा हो गया। इस कारण सुनवाई पूरी तरह ठप है और कार्यालय में ताला लगा हुआ है।
स्थाई लोक अदालत के पूर्व सदस्य संदीप कुमार दुबे ने बताया कि स्थाई लोक में कार्यदिवस पर मामले की नियमित सुनवाई करने की व्यवस्था है। सुनवाई के लिए एक अध्यक्ष जो सेवा निवृत्त जज होते हैं, जबकि दो सदस्य होते हैं। सदस्य एनजीओ या अधिवक्ता से चयनित होते हैं। सदस्यों का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है। इस अदालत में सभी प्रकार के सुलहनीय मामले की नियमित सुनवाई होती है। इसके लिए कोई फीस या अधिवक्ता की जरूरत नहीं होती है। यह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अधीन कार्य करता है। इस अदालत में परिवारवाद, प्री लिटिकेशन, आपसी विवाद, बैंक के मामले, बिजली के मामले, नगर पालिका के मामले, क्लेम केस, पेंशन योजना सहित सभी प्रकार के सुलहनीय मामले की सुनवाई होती है।
वर्जन :
झालसा की ओर से स्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष एवं सदस्यों की बहाली को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। बहाली को लेकर आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। अध्यक्ष व सदस्यों की बहाली होने के बाद फिर सुनवाई नियमित हो जायेगी।
-संजय कुमार सिंह, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गोड्डा।