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ठाकुरगंगटी में तीन दिन से बिजली गुल, उपभोक्ता त्रस्त

प्रखंड क्षेत्र में तीन दिनों से बिजली नहीं रहने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली बाधित रहने से सरकारी व गैरसरकारी काम बच्चों की पढ़ाई लिखाई गृहिणियों को भोजन बनाने कमप्यूटर मोबाइल आदि चार्ज करने सहित तमाम कार्यो में भारी परेशानी होती है। इसके अलावे प्रखंड मुख्यालय चौंक के निकट स्थित हरि देवी रेफरल अस्पताल में रोगी का ईलाज करने वाले डाक्टरों स्वास्थकर्मियों इलाज करा रहे मरीजों सहयोगियों को सबसे अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। साथ ही प्रखंड कार्यालय के जलमीनार से पानी आपूर्ति भी बन्द हो जाता है। सभी सरकारी कार्यालय व सरकारी कर्मियों के निवास में पानी की घोर किल्लत हो जाता है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 06:32 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 06:33 AM (IST)
ठाकुरगंगटी में तीन दिन से बिजली गुल, उपभोक्ता त्रस्त
ठाकुरगंगटी में तीन दिन से बिजली गुल, उपभोक्ता त्रस्त

ठाकुरगंगटी : प्रखंड क्षेत्र में तीन दिनों से बिजली नहीं रहने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली बाधित रहने से सरकारी व गैरसरकारी काम, बच्चों की पढ़ाई लिखाई, गृहणियों को भोजन बनाने, कंप्यूटर, मोबाइल आदि चार्ज करने सहित तमाम कार्यो में भारी परेशानी हो रही है। इसके अलावा प्रखंड मुख्यालय चौक के निकट स्थित हरि देवी रेफरल अस्पताल में रोगी का इलाज करने वाले डाक्टरों, स्वास्थकर्मियों, इलाज करा रहे मरीजों, सहयोगियों को सबसे अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। साथ ही प्रखंड कार्यालय के जलमीनार से पानी आपूर्ति भी बन्द हो गई है। सरकारी कार्यालय व सरकारी कर्मियों के निवास में पानी की घोर किल्लत हो गई है। पीने से लेकर स्नान करने तक के लिए पानी की कमी हो गई है। मोबाइल बन्द होने से सभी का संपर्क भी टूट गया है। सरकारी काम पूर्ण रूप से प्रभावित हुआ है। महागामा के धनकुंडा ग्रिड से मेहरमा के बोरमा ग्रिड में बिजली सेवा जारी भी रहने पर भी ठाकुर गंगटी क्षेत्र में बिजली बंद है। कमजोर पोल, तार व पुराने कलपुर्जे के कारण यहां लगभग प्रतिदिन बिजली बाधित होती है। दो वर्षों से कोई ऐसा दिन नहीं रहा जब बिजली सेवा चौबीस घण्टे में आठ घण्टे बहाल रहा हो। जब भी फेज उड़ता है या खराबी होती है, तो एक-दो दिन के लिए बिजली बाधित हो जाती है। अगर रात आठ बजे के बाद फेज उड़ने पर उसे कोई नहीं बनाता है। मिस्त्री अपना प्राइवेट काम कर अलग से पैसे कमाने के फिराक में रहता है। बिजली ग्रिट का फोन अक्सर बन्द रहता है। बिजली बाधित होने पर मुख्यालय के प्रखंड विकास पदाधिकारी और थाना प्रभारी से लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तक परेशान हो जाते हैं। बिजली विभाग के अधिकारी से बात करने पर वे टाल-मटोल करते हैं। मालूम हो कि चार महीने पहले ही नया बिजली पोल व तार लगाने के बावजूद भी कनेक्श8न नहीं दिया जा रहा है। क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग के अधिकारियों से जल्द बिजली बहाल कराने की मांग की है।

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