प्राइवेट बैंक कर्मियों पर टारगेट पूरा करने का दबाब
फोटो 10 संवाद सहयोगी ठाकुर गंगटी प्रखण्ड क्षेत्र की तंग सड़कों से होकर काफी संख्या में एलपी व हाइवा ट्रक के परिचालन से दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है। मेहरमा से मैनाचक चपरी परासी मोड़ ठाकुर गंगटी प्रखण्ड मुख्यालय सिरसा मोड़ बुधवाचक माल मंड़रो तेतरिया माल भगैया मार्ग में काफी अधिक संख्या में भारी वाहनों के आवागमन से जर्जर सड़क की स्थिति बदतर हो गई है। ग्रामीणों के लिए इस सड़क पर साइकिल
गोड्डा : एक तरफ जहां पूरा देश कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहा है। वहीं दूसरी और प्राइवेट बैंक अपने कर्मचारियों पर टारगेट पूरा करने का दबाव बनाकर उन्हें मानसिक तनाव दे रहा है। टारगेट के दबाव के चलते बैंक में काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारियों की नौकरी खतरे में आ गई है। कर्मचारियों की माने तो प्राइवेट बैंक द्वारा प्रत्येक कर्मचारी पर सेविग अकाउंट, करंट अकाउंट, एफडी, इंश्योरेंस आदि कराने का दबाव बनाया जा रहा है।
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सरकारी बैंकों की तरह हो कार्य : कर्मचारियों के अनुसार सरकारी बैंकों में केवल इस समय लेनदेन तथा एंट्री के कार्य किए जा रहे हैं। वहीं प्राइवेट बैंक प्रशासन द्वारा कर्मचारियों पर टारगेट पूरा करने का दबाव बनाना सही नहीं है। नौकरी जाने के भय से सभी बैंक कर्मचारियों को गहरे मानसिक दबाव में ला दिया है।
कर्मचारियों के अनुसार एक तरफ महामारी के संक्रमण का खतरा है, तो दूसरी ओर नौकरी जाने का डर। अधिकारियों द्वारा सख्ती से कहा जाता है कि जो करना है करो लेकिन व्यवसाय लाओ, अन्यथा प्रबंधन को दूसरा ख्याल रखना पड़ेगा। प्राइवेट बैंक कर्मचारियों ने राज्य सरकार व रिजर्व बैंक से गुहार लगाई है कि वह मानवता दिखाते हुए उक्त मामले में हस्तक्षेप कर राहत प्रदान करें।
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तनाव की स्थिति में कर्मचारी : प्राइवेट बैंक के कर्मचारियों के अनुसार वह इन टारगेट और नौकरी पर मंडरा रहे खतरे को लेकर काफी तनाव में हैं। वे बताते हैं कि जहां पूरा देश कोरोना संक्रमण महामारी से बचने के लिए घर में लॉकडाउन है। वहीं प्राइवेट बैंक प्रशासन हम पर टारगेट का दबाव डालकर हमारे जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है।