चूल्हे की चिगारी से 25 घर जलकर राख
मेहरमा प्रखंड के सुरनी गांव के पश्चिम टोला में शनिवार की दोपहर चूल्हे से निकली चिंगारी ने
मेहरमा प्रखंड के सुरनी गांव के पश्चिम टोला में शनिवार की दोपहर चूल्हे से निकली चिंगारी ने 25 घरों को अपने चपेट में ले लिया। भीषण अग्निकांड में सभी घर जलकर पूरी तरह राख हो गए। अग्निकांड में करीब 10 लाख रुपए की संपत्ति जलकर नष्ट हो गई। वैसे इसका आकलन किया जा रहा है। घटना का कारण चूल्हे से निकली चिगारी बताया जा रहा है। घटना के बाद सभी पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। सर्वप्रथम गांव के फेकू मंसूर के घर में आग लगी। इसके पश्चात देखते ही देखते आस पड़ोस के 25 घरों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। तेज धूप व पछुआ तेज हवा का झोंका के कारण घर में रखा अनाज, कपड़ा, बर्तन सहित सभी प्रकार के कागजात मुर्गा-मुर्गी, बकरी सहित सारा सामान जलकर राख हो गए। फेकू मंसूर के शादी वाले घर तथा मोहम्मद मंसूर के घर का गैस सिलेंडर भी फट गया। इस कारण आग और विकराल रूप धारण कर लिया। आग पर काबू पाने में लोगों को काफी परेशानी हुई। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग बुझ जाने के करीब 2 घंटे बाद अग्निशमन दल गांव पहुंचा। गांव में संकीर्ण सड़क होने के कारण घटनास्थल पर दमकल गाड़ी नहीं पहुंच पाई। प्रभावित आलमगीर मंसूर ने बताया कि उसकी बहन की शादी थी। देर शाम बरात आने वाली थी। शादी का सारा सामान तथा घर में रखा अनाज, कपड़ा, बर्तन आदि जलकर राख हो गया। अगलगी की घटना के बाद स्वजनों को अब बेटी की शादी की चिता सता रही है। बूटन मंसूर का करीब 30 क्विटल अनाज, इब्राहिम मंसूर का दो पंपिग सेट, एक जुगाड़ गाड़ी सहित अन्य सामान जलकर राख हो गए। विधायक ने किया प्रभावित गांव का दौरा :
घटना की सूचना पर विधायक दीपिका पांडे सिंह दोपहर बाद ही सुरनी गांव पहुंच गई। उन्होंने अगलगी से प्रभावित सभी परिवारों को सरकारी मदद दिलाने का भरोसा दिया और प्रभावित परिवारों को ढांढ़स बंधाया। विधायक के साथ मेहरमा बीडीओ कुमार अभिषेक सिंह, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष नरेंद्र शेखर आजाद, जिला सचिव अंजू लता देवी, पंचायत के मुखिया मनिदर सिंह, कांग्रेस नेता शशांक शेखर सिन्हा, नीलकमल सिन्हा, आत्मा पांडे, रंजन सिंह सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता गांव पहुंचे। विधायक ने जले घरों का घूम-घूम कर जायजा लिया। घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए सरकारी प्रावधान के अनुसार मुआवजा दिलाने का भरोसा दिया। साथ ही अग्निकांड से बेघर हुए लोगों को तत्काल किसी सरकारी भवन में रखकर दिन व रात के लिए भोजन का प्रबंध कराया गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी को तत्काल राहत सामग्री के रूप में चावल, त्रिपाल व अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इन परिवारों के घर जले :
अग्नि पीड़ितों में रब्बानी मंसूर, बुटन मंसूर, मुस्लिम मंसूर,सकरूदिन मंसूर,फखरुद्दीन मंसूर, जहांगीर मंसूर, आलमगीर मंसूर, फेकू मंसूर, शेख रियाज, शेख इलियास, शेख सिराज, शेख इकरामुल,शेख अकरामुल, कयूम मंसूर, अयूब मंसूर, मोहम्मद मंसूर, इस्तेखार मंसूर, सद्दाम मंसूर, शेख अकीम, फिरोजा खातून, शेख इब्राहिम,रहमान, गुलफराज मंसूर आदि शामिल हैं।