शादी का झांसा देकर दारोगा ने किया यौन शोषण, पीड़िता ने CJI को लिखी चिट्ठी Giridih News
मुफस्सिल थाना क्षेत्र की रहने वाली विधवा व दो बच्चों की मां ने बगोदर थाना के अवर निरीक्षक भैयाराम उरांव पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण का आरोप लगाया है।
गिरिडीह, जासं। मुफस्सिल थाना क्षेत्र की रहने वाली विधवा व दो बच्चों की मां ने बगोदर थाना के अवर निरीक्षक भैयाराम उरांव पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण का आरोप लगाया है। एसपी से शिकायत में कहा है कि यौन शोषण करने वाले भैयाराम ने बाद में शादी से इन्कार कर धमकाया। पुलिस अधीक्षक ने आरोपित एसआइ (अवर निरीक्षक) को निलंबित कर दिया है।
पीडि़ता ने बताया कि शिकायत की प्रति उच्चतम न्यायालय व उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, राज्य के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को भी भेजी है। बताया कि साल 2017 में एसआइ भैयाराम मुफस्सिल थाना में पदस्थापित थे। सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने के कारण वह थाने भी आती थी। एक दिन भैयाराम ने उसे बाइक से उसके गांव पहुंचाया था। तब कहा था कि पत्नी का निधन हो गया है। बच्चे बाहर पढ़ते हैं। खाना पकाने के लिए किसी को खोजने की बात कही। तब उसने एक महिला को उनके पास काम पर रखवाया।
2018 में एसआइ का स्थानांतरण मधुबन थाना हो गया। वहां से भी वह उससे बातचीत करता रहा। उसे होली पर मधुबन में लगने वाले मेले में आने को बुलाया। तब वह 18 मार्च को मधुबन मधुबन थाना पहुंची। दोपहर को एसआइ उसे थाने से सटे कमरे में ले गया। भोजन कराने के बाद जबरन शारीरिक संबंध भी बनाया। शादी का झांसा देकर उसे अक्सर बुलाकर अस्मत लूटता रहा। इस बीच किसी कारणवश मधुबन थाना से निलंबित हो गया। तब वह उसके घर आकर पति की तरह ही रहने लगा। वह अपनी बोलेरो से उसके बच्चों को स्कूल भी ले जाता था।
... और एक दिन पहुंच गई पत्नी तो उसे भगा दिया
इसी दौरान उसको बगोदर थाना में पदस्थापित किया गया। वहां भाड़े का कमरा लेकर उसको पत्नी की तरह एक महीने रखा। इसी वर्ष 12 जुलाई को कमरे में एक महिला आई और खुद को एसआइ की पत्नी बताकर झगडऩे लगी। एसआइ का भी उसके प्रति व्यवहार बदल गया। उसने उसे भगा दिया। आदिवासी व दारोगा होने की धौंस दिखाकर मुकदमा करने, झूठे मुकदमे में जेल भेजने व जान से मारने की धमकी देने लगा। महिला ने एसपी को आवेदन देकर न्याय मांगा है।