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सऊदी अरब में सात माह से दो मजदूर बंधक

बगोदर थाना क्षेत्र के माहुरी के दो प्रवासी मजदूर अकबर अंसारी व इमरान अंसारी जो सात महीने पूर्व रोजी-रोटी की तलाश में सऊदी अरब गया।लेकिन अब दोनो युवक वहाँ पर बंधुआ मजदूर बन कर रह गया।दोनों युवकों ने किसी तरह से मोबाइल के जरिए प्रवासी ग्रुप प्रवासी एडमिन सिकन्दर अली से संपर्क साध कर मदद की गुहार लगाई हैं।ब

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2020 12:18 AM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2020 12:18 AM (IST)
सऊदी अरब में सात माह से दो मजदूर बंधक
सऊदी अरब में सात माह से दो मजदूर बंधक

संस, बगोदर (गिरिडीह): बगोदर थाना क्षेत्र के माहुरी के दो प्रवासी मजदूर अकबर अंसारी व इमरान अंसारी सात माह से बंधक बने हुए हैं। वे रोजी-रोटी की तलाश में सऊदी अरब गए थे, लेकिन अब दोनों वहां बंधुआ मजदूर बनकर रह गए हैं। उन्होंने किसी तरह से मोबाइल के जरिए प्रवासी ग्रुप के एडमिन सिकंदर अली से संपर्क कर मदद की गुहार लगाई है।

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माहुरी निवासी इमरान अंसारी व अकबर अंसारी सात माह पूर्व सऊदी अरब नौकरी के लिए गए थे। उनके घर वालों को इस बात से खुशी थी कि अब परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हो जाएगा। उनकी कमाई से घर में खुशहाली आएगी। उनके अरब गए सात माह से अधिक समय हो गए, लेकिन अब न तो उन्हें पैसा मिलता हैं और न ही अपने देश लौटने का रास्ता मिल रहा है। उनका कहना है कि अमानवीय व्यवहार कर मारपीट की जाती थी। लगभग दो महीने पूर्व 10 मई को इमरान अंसारी का पैर टूट जाने से उनकी मुसीबत और भी बढ़ गई है। ऐसे में इमरान अंसारी को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। अकबर अंसारी को बंधक बनाकर काम कराया जा रहा है।

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जम्मू-कश्मीर में करंट से चिचाकी निवासी की मौत संस, सरिया (गिरिडीह) : चिचाकी निवासी 35 वर्षीय डेगलाल महतो की मौत गुरुवार शाम जम्मू-कश्मीर में कार्य करने के दौरान 11 ह•ार करंट की चपेट में आने से हो गई। परिजनों ने बताया कि बीते सात-आठ वर्षों से जम्मू के बक्शीनगर के कनाल पावर हाउस चौंकी स्थित बॉडी गांव में ट्रांसमिशन कंपनी में वह कार्य कर रहा था। फरवरी माह में वह काम पर लौटा। काम करने के दौरान दो जुलाई की शाम वह हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई। दूरभाष पर परिजनों को डेगलाल की मौत की सूचना मिली, जिससे परिवार में मातम सा छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मुखिया गोविद महतो ने बताया कि मृतक के परिजन निहायत गरीब हैं। सरकार पीड़ित परिवार के आश्रितों को सामाजिक सुरक्षा के तहत लाभ दे। समाचार लिखे जाने तक शव को जम्मू-कश्मीर से लाने की तैयारी की जा रही थी। इधर प्रवासी मजदूरों के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने कहा कि रोजगार के अभाव में इस क्षेत्र के काफी मजदूर जीविकोपार्जन के लिए दूसरे प्रदेश या विदेशों में कार्य कर रहे हैं। कार्य के दौरान उनकी मौत होने का सिलसिला जारी है।


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