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वारदात को अंजाम देने पहुंचे दो युवक पिस्टल के साथ गिरफ्तार

संवाद सहयोगी, गांडेय (गिरिडीह): गांडेय पुलिस ने शुक्रवार की शाम आपराधिक घटना को अंज

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 08:35 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 08:35 PM (IST)
वारदात को अंजाम देने पहुंचे दो युवक पिस्टल के साथ गिरफ्तार
वारदात को अंजाम देने पहुंचे दो युवक पिस्टल के साथ गिरफ्तार

संवाद सहयोगी, गांडेय (गिरिडीह): गांडेय पुलिस ने शुक्रवार की शाम आपराधिक घटना को अंजाम देने की फिराक में लगे दो लोगों को हथियार के साथ थाना क्षेत्र के खोरीमहुआ के पास से धर दबोचा। गिरफ्तार आरोपितों में देवघर जिले के मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव निवासी कैलाश मंडल (22) एवं मरगोमुंडा के महजोरी टोला निवासी देवाशीष कुमार रवानी (22) शामिल हैं। पुलिस ने उनके पास से मैगजीन में ¨जदा गोली लोडेड एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल, दो कारतूस एवं दो मोबाइल फोन जब्त किया। पूछताछ के बाद दोनों अपराधियों को न्यायिक हिरासत में गिरिडीह जेल भेज दिया गया। यह जानकारी सदर एसडीपीओ जीतबाहन उरांव ने शनिवार दोपहर को गांडेय थाना में आयोजित प्रेसवार्ता में दी।

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एसडीपीओ ने बताया कि गांडेय पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने को लेकर कुछ लोग गांडेय थाना क्षेत्र में घूम रहे हैं। इस पर गांडेय के एसआई श्याम बाबू राठौर व एएसआई युसूफ मल्लिक दलबल के साथ गिरिडीह-जामताड़ा मुख्य मार्ग पर छापेमारी को निकले। इस दौरान खोरीमहुआ के पास मुख्य सड़क पर पुलिस को देखकर दो युवक भागने लगे। पुलिस ने दोनों को खदेड़़कर पकड़ा। उनकी तलाशी लेने पर कैलाश मंडल के पास से एक लोडेड पिस्टल एवं देवाशीष के पास से दो राउंड ¨जदा गोली बरामद हुई।

गांडेय बीडीओ गोलीकांड में इसी तरह के पिस्टल का हुआ था उपयोग: इंस्पेक्टर आरके राणा ने बताया कि छोटे-मोटे अपराधियों के पास बिना मैगजीन वाला देसी कट्टा होता है, जबकि गिरफ्तार आरोपितों के पास आधुनिक पिस्टल है। बताया कि बीते दिनों गांडेय के बीडीओ गोलीकांड में भी इसी तरह के हथियार का प्रयोग किया गया था। बता दें कि पुलिस के लिए आधुनिक आ‌र्म्स की आपूर्ति अब जांच का विषय बन चुकी है।

पढ़ाई छोड़कर रखा अपराध की दुनिया में कदम, राजनीतिक मुकाम हासिल करने का था ख्वाब: दोनों युवक उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। पढ़ाई अधूरी छोड़कर दोनों ने अपराध की दुनिया में कदम रखा। कैलाश मंडल ने बीए पार्ट टू की पढ़ाई बीच में छोड़ दी। देवाशीष भी स्नातक का छात्र था। कैलाश पूर्व से ही राजनीति से जुड़ा था, जबकि देवाशीष को उसने राजनीतिक पहुंच बनाने का प्रलोभन देकर अपने साथ जोड़ा। दोनों के हथियार के साथ गिरफ्तार होने पर उनके अपराधियों के साथ जुड़ने के संकेत मिलते हैं।

गांडेय पुलिस पुरस्कार के लिए होगी नामित: एसडीपीओ ने बताया कि गांडेय पुलिस ने इस मामले में बड़ी ही सूझबूझ व बहादुरी का परिचय दिया है। इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। इसमें छापेमारी टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी के नाम को पुरस्कृत करने के लिए अनुशंसित किया जाएगा।


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