माइंस बंद रहने से सूखने लगी कोयलांचल की नदियां
माइंस बंद रहने से सूखने के कगार पर कोयलांचल की नदियां
माइंस बंद रहने से सूखने लगी कोयलांचल की नदियां
संस, बनियाडीह (गिरिडीह) : जेठ की गर्मी व तेज धूप से कोयलांचल की तप रही धरती से जहां लोग परेशान हैं, वहीं सीसीएल के कबरीबाद और ओपेनकास्ट खुली कोयला खदान से पानी की निकासी नहीं होने, कोयलांचल क्षेत्र में स्थित खाखो और अलकतरा नदी सूखने के कगार पर पहुंच गई है। बताया जाता है कि दोनों माइंसों से निकलने वाले पानी से दोनों नदियों में सालों भर पानी भरी रहती है। इस वर्ष माइंस बंद रहने से नदी में समुचित पानी नहीं रहने से क्षेत्र के मवेशियों के साथ-साथ लोगों को परेशानी बढ़ा दी है।
इन नदियों में गर्मी के दिनों में जब सभी कुएं, तालाब व चापाकल सूख जाते हैं तो कोयलांचल सहित आसपास के गांव बगलुवाटांड़, खुटवाढाब, लोदी सरहच्चा, चांदनगर आदि गांवों से प्रतिदिन सैकड़ों लोग नहाने-धोने के लिए आते हैं। रविवार को खुटवाढाब के मो. मिन्हाज व रुस्तम अंसारी टाटा मैजिक में एक दर्जन से अधिक लोगों को खाखो नदी नहाने के लिए लाया था। उन्होंने बताया कि गर्मी की वजह से उनके गांव बगलुवाटांड़, खुटवाढाब के आसपास सभी नदी, तालाब और कुएं का पानी सूख चुका है। दो से तीन किमी दूरी तय कर यहां नदी में नहाने आते हैं। इस साल भी नदी में पानी काफी कम दिख रहा है। इधर रामदेव दास, प्रसादी दास, राजू दास, दीपक कुमार, जीवलाल दास, किशुन पंडित, टेकलाल दास, रामदेव व छोटू कुमार ने बताया कि गर्मी में इस क्षेत्र के सभी तालाब सूख चुके हैं। चापाकल और कुएं का जलस्तर काफी नीचे चला गया है। लोगों को पीने का स्वच्छ पानी नहीं मिल रहा है। नहाने धोने के लिए हमलोग सालों भर इस नदी पर आश्रित हैं। इस बार कोलियरी का पानी नदीं में नहीं आने से लोगों को पानी नहीं मिल रहा है।