मां के दशकर्म से पहले पुत्र की गई जान
मां का श्राद्धकर्म भी ़खत्म नहीं हुआ कि नौवें दिन में ही मृतक पुत्र नन्दकिशोर सिंह के परिवार पर पहाड़ टूट पड़ा। मामला बिरनी प्रखंड के पेशम गांव की है। बीते शुक्रवार शाम लगभग साढ़े सात बजे की है। घर के दरबाजे का भारी वजन टूटकर गिरने से गृहस्वामी नन्दकिशोर सिंह 50 वर्ष की मौत हो गई। बताया जाता है कि मृतक नन्दकिशोर सिंह की माँ का निधन नौ दिन पूर्व हुआ है। उनके श्राद्धकर्म चल रहा था।
संवाद सहयोगी, बिरनी (गिरिडीह) : मां का अभी श्राद्ध कर्म भी खत्म नहीं हुआ था कि पुत्र की भी मौत हो गई। मां के निधन के नौवें दिन घर का छज्जा गिरने से गृहस्वामी 50 वर्षीय नंदकिशोर सिंह की मौत हो गई। घटना बिरनी थाना क्षेत्र के पेशम गांव में शुक्रवार शाम लगभग साढ़े सात बजे की है।
परिजनों के अनुसार नंदकिशोर की मां का श्राद्धकर्म चल रहा था। शाम में उनके संझले भाई रामरतन सिंह के घर में गरुड़पुराण की कथा चल रही थी। कथा सुनकर नंदकिशोर अपने घर गए। घर का दरवाजा खोल ही रहे थे कि छज्जे का एक हिस्सा टूट कर उनपर गिर गया।
आवाज सुनकर परिजन दौड़कर पहुंचे और मलवा हटाकर उन्हें निकाला, लेकिन तब तक मौत हो गई थी। परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे। पूरा गांव जुट गया। मृतक की पत्नी मालती देवी रो-रोकर कह रही थी कि घर पर कौन काल आ गया है। सास का श्राद्ध कर्म भी खत्म नहीं हुआ है कि पति चल बसे। शनिवार को सासु मां का दशकर्म होता। ग्रामीणों के सहयोग से परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर मुखिया टुपलाल वर्मा देर शाम को मृतक के घर पहुंचे और परिजनों को ढाढ़स बंधाया।